अफसर की क्रिकेट बैट से पिटाई करने वाले इंदौर से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय फिलहाल मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में हिस्सा ले रहे हैं। उनकी इस हरकत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी का एक बयान सुर्खियों में था, जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी में किसी की भी अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, भले ही वह किसी का भी बेटा क्यों न हो। माना जा रहा था कि पीएम का यह बयान आकाश विजयवर्गीय की मारपीट की घटना के संदर्भ में है। हालांकि, अब बीजेपी के एक बड़े नेता आकाश के बचाव में उतर आए हैं।

आकाश दिग्गज बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं। बीजेपी के प्रदेश अनुशासनात्मक समिति के कन्वीनर बाबूसिंह रघुवंशी के मुताबिक, उन्हें नहीं लगता कि पीएम का बयान खास तौर पर आकाश के लिए था। अप्रत्यक्ष तौर पर आकाश की हरकत का बचाव करते हुए रघुवंशी ने कहा, ‘मैं भी एक वकील हूं। जब किसी को उकसाया जाता है जैसा कि आकाश के साथ किया गया तो सजा अलग होती है।’ बता दें कि पीएम के बयान के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि पार्टी की अनुशासनात्मक समिति आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ कोई कदम उठाएगी।

रघुवंशी ने इस बात की पुष्टि की कि आकाश का मामला तीन सदस्यीय अनुशासनात्मक समिति के पास नहीं भेजा गया है। रघुवंशी ने द संडे एक्सप्रेस से बताया, ‘क्या उन्होंने (पीएम) आकाश का नाम लिया? कुछ दूसरी घटनाएं (अनुशासनहीनता की) भी हुईं। शायद पीएम उन सभी का जिक्र कर रहे थे। क्या उनका कोई साउंड बाइट या वीडियो है जिसमें वह यह कहते हुए नजर आ रहे हैं, जैसा कि बताया गया है।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘अगर पीएम ने सच में निंदा की है तो यह खुद सजा से ज्यादा है।’

आकाश के मामले पर रघुवंशी ने कहा, ‘यह मेरे समक्ष तभी आएगा जब प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष (आकाश के) जवाब से असंतुष्ट होंगे, अगर नोटिस भेजा गया है तो…किसी भी मामले में जब आपराधिक आरोप दर्ज होता है तो किसी तरह का फैसला लेने का अधिकार अदालत के पास होता है। ‘