भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने तीन दिवसीय मध्य प्रदेश प्रवास के आखिरी दिन रविवार को सेवनियां गौड़ गांव में आदिवासी समुदाय के कमल सिंह के घर पहुंचे और जमीन पर बैठकर दाल-बाटी खाई। शाह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे, अनिल जैन और मंत्री उमाशंकर गुप्ता के साथ कमल सिंह के घर पहुंचे। कमल सिंह के घर पर सुबह से ही स्वादिष्ट भोजन बनाने की तैयारी शुरू हो गई थी।
कमल की पत्नी ने संवाददाताओं को बताया कि दाल, बाटी के अलावा दाल, चावल और आदिवासियों की पसंदीदा मिठाई सीरा बनाई गई थी। शाह को दोना-पत्तल में भोजन परोसा गया। सभी को खाना बहुत पसंद आया और उन्होंने भोजन की तारीफ भी की। कमल राजधानी के करीब ही स्थित सेवनियां गौड़ गांव में रहते हैं और मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। शाह का आतिथ्य सत्कार कर उन्होंने खुशी जताई।
कमल सिंह ने शाह के आने से पहले संवाददाताओं से कहा था, “जब से मुझे अमित शाह के आने की सूचना मिली है, तब से मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है। इसके लिए घर में खास तैयारियां की गई हैं।”
Madhya Pradesh: BJP President Amit Shah and CM Shivraj Singh Chouhan had lunch at a villager’s house in Bhopal’s Sewania pic.twitter.com/4aJFvJts0m
— ANI (@ANI) August 20, 2017
ज्ञात हो कि अमित शाह जिस भी राज्य के प्रवास पर जा रहे हैं, वहां एक समय का भोजन दलित या आदिवासी के घर पर कर रहे हैं, इसी क्रम में रविवार को उन्होंने कमल सिंह के घर भोजन किया।
अमित शाह यहां तीन दिवसीय दौरे पर आए हुए हैं। यहां उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि मोदी सरकार ने तीन साल में देश के प्रति न केवल दुनिया का नजरिया बदला है, बल्कि आम आदमी की जिंदगी में भी बदलाव लाया है। यही कारण है कि जब भी राजनीतिक इतिहास लिखा जाएगा तो मोदी सरकार के तीन साल स्वर्ण अक्षरों में अंकित होंगे।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने तीन वर्षो के कार्यकाल में गरीब महिलाओं, गरीबों, किसानो, जवानों के हित में महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, पाकिस्तान पर सर्जिकल स्टाइक करके अपनी ताकत का एहसास कराया। देश की विकास दर तेजी से बढ़ रही है।”
वहीं पिछले दिनों पार्टी की बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 350 सीटों का लक्ष्य तय किए जाने की खबरों को नकारते हुए शाह ने कहा, “हमने मिशन 350 शुरू नहीं किया है, हम इससे आगे भी जाएंगे। हां हर सीट पर संगठन मजबूत करने का लक्ष्य जरूर तय किया है।”
राममंदिर को लेकर पूछे गए सवाल पर शाह ने कहा, “राम मंदिर के मामले में हमारा दृष्टिकोण साफ है, जब से विवादित ढांचा गिरा है, तब से लेकर आज तक हमारे सभी घोषणा पत्र में कहा गया है कि वहां राम मंदिर बनना चाहिए। जब न्यायालय का फैसला आ जाएगा या आपसी सहमति बनेगी तभी राम मंदिर बनेगा।”