कॉलेज में पढ़ने वाला एक लड़का और एक लड़की आठ साल पहले एकसाथ जीने-मरने की कसमें खा रहे थे। एक-दूजे का होने के लिए दुनिया से लड़ रहे थे। यहां तक कि घरवालों की परवाह किए बिना दोनों ने अंतरजातीय विवाह किया। लेकिन पांच साल बाद ही दोनों एक-दूसरे से जुदा हो गए। जुदाई भी ऐसी कि दोनों को एक-दूसरे का चेहरा देखना तो क्या नाम लेना भी गंवारा नहीं। मामूली सी बात से शुरू हुआ पति-पत्नी का विवाद पारिवारिक कलह बन गया। अब मामला पुलिस में जा पहुंचा है और दोनों पक्ष थाने के चक्कर काट रहे हैं।
दरअसल, मध्य प्रदेश के विदिशा में तमन्ना सिंह (परिवर्तित नाम) और रूपसिंह जाटव ने साल 2009 में लव मैरिज की थी। चार साल तक दोनों साथ रहे। इस बीच पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। परेशान होकर पत्नी ने पति के खिलाफ दहेज, घरेलू हिंसा और भरण-पोषण का केस दर्ज करा दिया। इसके बाद दोनों 2014 से अलग-अलग रहने लगे।
इससे नाराज पति रूपसिंह ने फेसबुक पर सक्रिय होकर ससुराल पक्ष के खिलाफ भड़ास निकालना शुरू कर दिया। उसने अपनी पत्नी, पत्नी की भाभी और साली के खिलाफ कई अभद्र कमेंट्स फेसबुक पर पोस्ट किए। इतना ही नहीं फेसबुक के स्क्रीन शॉट लेकर उसने फोटो वाट्सएप पर शेयर कर दिए। पति की इस हरकत से नाराज पत्नी और उसके रिश्तेदारों ने पुलिस से शिकायत कर दी। इतने पर भी मामला शांत नहीं हुआ तो पत्नी ने तलाक मांग लिया। इसके जवाब में पति ने अपने ससुराल पक्ष के लोगों पर एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराने का आवेदन दे डाला।
मामला विदिशा कोतवाली स्थित परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा, जहां दोनों पक्षों की काउंसलिंग हो रही है। परिवार परामर्श केंद्र की काउंसलर किरण निगम और एडवोकेट मदन किशोर शर्मा ने जब पति को समझाया तब उसने फेसबुक से अभद्र कमेंट्स डिलीट कर दिए। दोनों पक्षों को अगले सप्ताह फिर बुलाया गया है। उधर, रोती हुई तमन्ना कहती हैं कि मैंने दुनिया से दुश्मनी मोल लेकर अंतरजातीय विवाह किया था ताकि सात जन्मों तक साथ रहूं लेकिन शादी के कुछ ही दिनों बाद पति ने मारपीट शुरू कर दी और ये सिलसिला बेटी होने के बाद भी जारी रहा। बतौर पत्नी इतना सहना उसके लिए कठिन था।

