मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए ऐलान कर दिया है कि स्कूली छात्रों को वीर सावरकर के बारे में भी पढ़ाया जाएगा। अब से स्कूल में एक पूरा चैप्टर वीर सावरकर पर रहेगा और बच्चों को आजादी में उनके योगदान के बारे में भी बताया जाएगा। इससे पहले बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश में भी वीर सावरकर के चैप्टर को स्कूली सिलेबस का हिस्सा बनाया जा चुका है।

वीर सावरकर पर क्या विवाद?

जानकारी के लिए बता दें कि लंबे समय से ऐसी चर्चा चल रही थी कि मध्य प्रदेश में भी वीर सावरकर को लेकर बड़ा ऐलान होगा। बीजेपी का तर्क है कि कांग्रेस ने सिर्फ विदेशी आक्रांताओं के बारे में बच्चों को पढ़ाया, उन क्रांतिकारियों को नजरअंदाज कर दिया गया जिन्होंने असल में आजादी में अपना योगदान दिया। इसी कड़ी में अब वीर सावरकर को लेकर बच्चों को अवगत करवाया जाएगा।

राहुल गांधी की अलग सियासत

वैसे वीर सावरकर को लेकर देश में अलग ही स्तर पर राजनीति देखने को मिल रही है। एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार ऐसा नेरेटिव सेट कर रहे हैं कि सावरकर वो शख्स हैं जिन्होंने अंग्रेजों से माफी मांगी तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी उन्हें उचित सम्मान वापस देने की बात कर रही है। इस मुद्दे पर तो महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे भी अपनी महा विकास अघाड़ी के साथ नहीं खड़े हैं। उनकी तरफ से राहुल गांधी को भी फटकार लगाई गई है और सावरकर को भारत रत्न देने की डिमांड हुई है।

राहुल गांधी के विवादित बयान की बात करें तो जब वे लंदन के दौरे पर थे, तो उन्होंने किसी सभा में कह डाला कि सावरकर ने अपनी एक किताब में लिखा है कि उन्होंने अपने कुछ दोस्तों के साथ एक मुसलिम युवक को पीटा और उसकी पिटाई करके उनको बहुत खुशी हुई थी। उनके उसी बयान पर जमकर सियासत देखने को मिली और बीजेपी ने आड़े हाथों लिया।