मध्य प्रदेश के देवास में भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर नगर निगम के टिकट बंटवारे को लेकर हंगामा हुआ। शनिवार (18 जून 2022) को एक पार्टी कार्यकर्ता ने टिकट नहीं मिलने पर अपने ऊपर केरोसिन डालकर अत्मदाह करने की कोशिश की। हालांकि, उसके साथियों ने उसे आग लगने के पहले ही पकड़ लिया और पानी डालकर हादसा होने से रोका।

दरअसल, मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में नामांकन जमा करने का शनिवार को आखिरी दिन है। सभी दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। वार्ड क्रमांक 25 के निवासी और बीजेपी के पूर्व प्रदेश सह संयोजक भोजराज सिंह जादौन ने अपने लिए टिकट मांगा था, लेकिन वार्ड के व्यक्ति को टिकट न देते हुए पार्टी ने बाहरी प्रत्याशी को वहां से टिकट दे दिया। जिसके बाद वार्ड के स्थानीय लोगों ने विरोध जताया। शनिवार को वार्ड के कई लोग बीजेपी कार्यालय पहुंचे और अपना पक्ष रखते हुए भाजपा के पदाधिकारियों से चर्चा की। कोई आश्वासन न मिलने पर नाराज भोजराज सिंह जादौन ने अपने ऊपर केरोसिन डाल लिया।

पैसे लेकर टिकट देने का आरोप: टिकट न मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय में बैठकर नारेबाजी करते हुए विरोध जताया। उनका कहना है कि टिकट वितरण के लिए भाजपा की जो गाइडलाइन थी उसके आधार पर टिकट वितरित नहीं किए गए। कई वार्डो में पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं को दरकिनार करते हुए दूसरे प्रत्याशियों को टिकट दिया गया।

भोजराज सिंह जादौन ने आरोप लगाया कि बीजेपी जिलाध्यक्ष और महामंत्री ने पैसे लेकर टिकट वितरित किए। उन्होंने कहा कि जो वार्ड अनारक्षित थे वहां पिछड़ा वर्ग के लोगों को टिकट दिया गया। पार्टी कार्यकर्ता ने कहा कि यह एक वार्ड की बात नहीं है दूसरे वार्डों में भी यही स्थिति है। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर जिलाध्यक्ष को दोषी ठहराया।

भाजपा नेता ने थामा कांग्रेस का हाथ: वहीं, दूसरी ओर गुना नगरपालिका में भाजपा से टिकट न मिलने पर अमित सोनी ने पार्टी से बगावत कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया। अमित सोनी पहले भी युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये थे। गुना नगरपालिका में पार्षद पद के लिए टिकट नहीं मिलने पर वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए।