भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व महिला बाल विकास मंत्री रंजना बघेल और धार से सांसद छतर सिंह दरबार एक बार फिर आमने सामने हैं। 25 जून को मीसाबंदियों के सम्मान कार्यक्रम के दौरान दोनों नेताओं के समर्थक एक दूसरे से भिड़ गए। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
‘दैनिक भास्कर’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेता मनावर में मीसा बंदी छगन लाल सिसौदिया का सम्मान करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान सांसद छतर सिंह दरबार के समर्थक मंडल अध्यक्ष नारायण सोनी ने बघेल से पहले बाकानेर ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सुरमा मौर्य को आगे बुला लिया। जिसके बाद बवाल खड़ा हो गया। बघेल ने पक्षपात का आरोप लगते हुए कहा कि जनपद महिला सदस्य से पहले स्वागत करने के लिए शहर मंडल अध्य्क्ष और अन्य पदाधिकारी मौजूद हैं, उन्हें क्यों नहीं बुलाया जा रहा है?
#BREAKING
मप्र की पूर्व मंत्री,भाजपा नेत्री रंजना बघेल और भाजपा नेता एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हुई नोकझोंक।@BJP4India @BJP4MP @ChouhanShivraj @vdsharmabjp pic.twitter.com/xooeHPQ5NS— समाचारवार्ता (@SamacharvartaIn) June 27, 2021
इसपर नारायण सोनी ने बघेल से कहा कि आप पार्टी की महिलाओं को आगे नहीं आने देती। यह कहते हुए उन्होंने सुरमा मौर्य को स्वागत करने के लिए आगे बुला लिया। यह देखते ही बघेल नाराज़ हो गई और उन्होंने कहा कि यह नगर का कार्यक्रम है। ग्रामीण क्षेत्र की पदाधिकारी को क्यों बुलाया गया? बधेल ने कहा कि मंडल अध्यक्ष हैं तो क्या सिर पर बैठेगी?
इसके बाद बघेल कार्यक्रम छोड़ कर चली गई। यह पहली बात नहीं है जब ऐसा कुछ हुआ है। इससे पहले छतर सिंह दरबार ने बघेल पर एक अन्य महिला नेता को अपमानित करने का आरोप लगाया था। दरबार ने बघेल पर पार्टी-विरोधी गतिविधियों के साथ मंदिर के खिलाफ अपमानजनक शब्दों के उपयोग का भी आरोप लगाया था।