Guru Nanak Jayanti 2022: इंदौर में गुरु नानक जयंती समारोह में पूर्व सीएम कमलनाथ की उपस्थिति ने सिख को नाराज कर दिया। उन्होंने कमलनाथ को सम्मानित करने के लिए आयोजकों पर हमला बोला और दोबारा इंदौर नहीं आने का संकल्प भी लिया।

दरअसल, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ गुरु नानक जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इंदौर पहुंचे थे। पूर्व सीएम के वहां से जाते ही मंच से उनका विरोध किया गया। इस दौरान उनके खिलाफ नारे भी लगाए गए। इंदौर के खालसा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने मंच से कमलनाथ का विरोध किया और वहां मौजूद लोगों को खरी-खोटी सुनाई।

कभी इंदौर न आने का लिया प्रण: इतना ही नहीं, कीर्तनकार ने ये भी कहा कि मैं प्रण लेता हूं कि आज के बाद कभी इंदौर नहीं आऊंगा। उन्होंने 1984 के सिख दंगों में कमलनाथ का नाम शामिल होने के कारण उनका विरोध किया। कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने भरी सभा में कहा कि जिस व्यक्ति ने चौरासी के दंगों मे गले में टायर डालकर सिखों को जिंदा जलाया, उसे कार्यक्रम में क्यों बुलाया गया। उन्होंने आगे कहा, “मुझे ये बात नहीं समझ आ रही कि आप किस सिद्धांत की बात कर रहे हैं, ये क्या राजनीति है।”

कीर्तन करने से किया इनकार: मनप्रीत सिंह कानपुरी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इसे राजनीतिक कार्यक्रम बना डाला। उन्होंने कहा, “तुम लोगों के अंदर जमीर ही नहीं है। हमारी कौम मरी हुई है और याद रखो कि दुबारा भुगतोगे, तुम लोगों को बात ही समझ नहीं आती है। अगर तुम लोग जिंदा होते तो ये काम नहीं होता। मैं भी तो बोल ही रहा हूं।” इसी के साथ सिख धर्मगुरु ने कीर्तन करने से भी इनकार कर दिया और कहा कि मैं आज कीर्तन नहीं करूंगा और अब अपने जीवन में कभी दोबारा इंदौर नहीं आऊंगा।

कीर्तनकार ने सिख समाज के सचिव जसबीर सिंह गांधी को भी जमकर फटकार लगाई। मनप्रीत सिंह कानपुरी का कहना था कि पदाधिकारियों द्वारा कीर्तन के दौरान राजनीति करना गलत है। साथ ही उन्होंने कमेटी को गलत बताते हुए कहा कि आप लोग सिख समाज के नहीं हो, जो गुरु साहिब के समक्ष खुलेआम राजनीति कर रहे हो।