मध्यप्रदेश के गुना जिले में तालाब में डूबने से एक किसान की मौत हो गयी, उसके मौत के बाद लोगों ने दोबारा जीवित होने की उम्मीद में किसान के शव को उल्टा लटका दिया और शव के चारों और जयाकारे लगाने लगे। लोगों को विश्वास था कि मौत के बाद भी वो किसान जिंदा हो जाएगा।

खबरों के अनुसार गुना जिले के सानई पुलिस चौकी क्षेत्र के जोगीपुरा गांव स्थित एक तालाब में डूबने से किसान की मौत हो गयी थी। बताया जा रहा है कि घर में हुए विवाद से दुखी होकर उसने तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद उसके परिजनों और कुछ अन्य लोगों ने उसके शव को उल्टा लटका दिया। लोगों को मानना था कि डूबने के कारण शरीर मे जो पानी भरा हुया है वो बाहर निकल जाएगा और किसान दोबारा जीवित हो जाएगा।

इसी दौरान किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंच कर पुलिस ने लोगों को समझाया लेकिन वो नहीं माने। तमाम प्रयासों के बाद भी किसान जीवित नहीं हुआ।अंधविश्वास को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने अपील करते हुए कहा है कि किसी भी प्रकार के अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं दिया जाए। पूरे मामले को लेकर पुलिस की तरफ से जांच जारी है।

इधर राज्य के भिंड जिले में एक नवविवाहित व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दी है कि विवाह में आमंत्रित नहीं करने को लेकर गांव के ही एक परिचित ने उसकी पिटाई की है।पुलिस ने एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि घटना रविवार रात को देहात थाना क्षेत्र के चंदूपुरा गांव की है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने सोमवार को आरोपी नरेंद्र कुशवाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। देहात पुलिस थाने के प्रधान आरक्षक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि 22 वर्षीय पीड़ित ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उसने हाल ही में हुई अपनी शादी में कुशवाह को आमंत्रित नहीं किया था, जिससे नाराज होकर उसने शिकायतकर्ता की पिटाई कर दी।