मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर एक खुफिया रिपोर्ट के आने से पुलिस सकते में है। पुलिस को सूचना मिली है की भाजपा और कांग्रेस के कुछ प्रत्याशियों द्वारा विधानसभा चुनावों में बदमाशों को बुलाया गया है। इस खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उन बदमाशों की पहचान कर ली है जिनके माध्यम से दूसरे प्रदेशों के बदमाशों से संपर्क हुआ है। फिलहाल पुलिस उनके फोन रिकॉर्ड कर जाँच में जुटी है।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सवेंदनशील पोलिंग बूथों और आपराधिक तत्वों के संबंध में मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में पूर्वी क्षेत्र के अफसरों की एक गुप्त बैठक हुई। जिसमे बैठक के दौरान पुलिस अधिकारीयों के बीच साझा हुई जानकारी के आधार पर खुलासा हुआ है कि पूर्वी क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी उत्तरप्रदेश के जालौन से आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को यहां बुला रहा है। इन अपराधियों को शहर से कुछ दूर बसी एक कॉलोनी में ठहराया गया है। भाजपा के दो प्रत्याशी के लिए भी महाराष्ट्र से बदमाश आने लगे है। सम्बन्धित लोग इन बदमाशों को लाने और ले जाने का काम कर रहे है। इस सूचना के बाद किसी अनहोनी की आशंका से पुलिस सकते में है। फिलहाल पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है।
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के अनुसार जिले के 455 मतदान केंद्रों को चिन्हित कर लिया गया है, जहां गड़बड़ी की आशंका बनी हुई है। इनकी मेपिंग हो रही है। सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जाएगी। इस क्षेत्र में आने वाले बदमाशों की पूरी जानकारी इकट्ठी की जा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले 6 दिनों तक गुप्त ऑपरेशन चलाया जायेगा और दो या दो से अधिक अपराध वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। चुनावों के मद्देनजर पुलिस ने लाइसेंस धारकों से बन्दूक, रिवाल्वर और पिस्टल अदि जमा करवा लिए है। मध्यप्रदेश में विधनसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को वोट डाले जायेंगे और वोटों की गिनती 11 दिसंबर को की जाएगी।