मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वे चाहे कितना भी संकट आ जाए, बैंक से लोन लेना पड़ जाए, लेकिन राज्य की जनता के लिए विकास कार्य जारी रहेंगे। खंडवा जिले के दौरे पर उन्होंने एक सभा में जनता से कहा कि पैनडेमिक के दौरान किसी भी तरह की आय नहीं हो सकी। राज्य में राजस्व खाली पड़ा रहा। इसकी वजह से फिलहाल गरीबी है, लेकिन जनता के लिए कल्याणकारी कार्य में किसी तरह की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने लोगों से कहा कि बैंक से लोन ले लूंगा, बाद में चुका दूंगा, लेकिन जनहित के काम नहीं रोकूंगा।

इस दौरान खंडवा जिले के अपने दौरे के दौरान, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दो सीएम राइज स्कूल, आदिवासी छात्रों के लिए एक छात्रावास और चाईगाओ माखन क्षेत्र को तहसील का दर्जा प्रदान करने सहित कई विकास परियोजनाओं की घोषणा की। उन्होंने राज्य के 32 जिलों में 103 आंगनबाड़ियों का भी शुभारंभ किया। राज्य के 52 जिलों में 10,000 पोषण उद्यान भी शुरू किए गए।

एमपी के सीएम ने कहा कि राज्य में पिछली कांग्रेस सरकार में कुछ नहीं हुआ। कमलनाथ की सरकार पर जमकर बरसते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल के दौरान राज्य ने सिर्फ विनाश देखा।

उन्होंने कहा, “कमलनाथ 15 महीने मुख्यमंत्री रहे। उनकी सरकार ने उन 15 महीनों में राज्य को तबाह कर दिया। विकास कार्य और योजनाएं रुक गईं। कमलनाथ किसानों को पानी और पैसा नहीं दे सके। जब मैं 15 महीने बाद वापस सत्ता में आया, तब कोविड -19 संकट का दौर था। सब कुछ रुक सा गया था। स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को उन्नत करना भी एक चुनौती थी।”

उन्होंने कहा कि फिलहाल राज्य में कोरोना वायरस का दौर खत्म हो गया है। स्थितियां अब नियंत्रण में हैं। जो पैसा बैंक से लूंगा, उसे जल्द ही चुका दूंगा। किसी तरह का संकट अब नहीं आने पाएगा। फिलहाल पूरा फोकस विकास कार्य और जनकल्याण के कार्यों पर है। इसे पूरा करना है। कहा कि जनता को भूखा नहीं रहने दूंगा।

सीएम ने कहा कि वे रोज जनता से मिलते हैं। उनका हाल हमें पता रहता है। अधिकारियों से भी पूछता हूं। अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि जनहित में जो भी कदम उठाने हों, उसमें हीलाहवाली नहीं होनी चाहिए।