मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के लिए बड़े ऐलान किए हैं। सीएम ने बताया कि राज्य सरकार ने सहकारी बैंकों को 800 करोड़ रुपए की राशि भी ट्रांसफर की है, ताकि किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण दिया जा सके। इतना ही नहीं सीएम ने केंद्र सरकार की तरफ से किसानों को मिलने वाली सम्मान राशि को 4 हजार रुपए बढ़ाने का ऐलान किया है। यानी पहले जहां किसानों को वार्षिक तौर पर केंद्र की तरफ से 6 हजार रुपए मिलते थे, वहीं अब उन्हें एक साल में कुल 10 हजार रुपए की मदद मिलेगी।

शिवराज ने किसानों के लिए इन बड़ी घोषणाओं को करने के साथ ही उन्हें कृषि विधेयकों के प्रति भी आश्वस्त किया। सीएम ने कहा कि मंडियां बंद नहीं होंगी, ये पहले की तरह चलती रहेंगी। किसान अपनी उपज चाहे खेत से बेचे, प्राइवेट मंडियों में बेचे या वेयरहाउस से ही बेच दे। किसान को जहां ज्यादा कीमत मिलेगी, वहां पर अपना माल बेचने के लिए स्वतंत्र है। समर्थन मूल्य पर उपज की खरीदी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि कृषि से जुड़े जो तीन विधेयक संसद में पास हुए हैं, वे किसानों के हित में हैं और इससे किसानों का फायदा होगा और वे सशक्त बनेंगे।

शिवराज ने आगे कहा कि किसानों के समग्र विकास की दृष्टि से हमने ये फैसला किया है कि इनके हित में जो योजनाएं चलाई जा रही हैं, जैसे- RCB6(4)के अंतर्गत राहत देना, पीएम किसान सम्मान निधि, शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण देना, प्रधानमंत्री फसल बीमा आदि सभी योजनाओं को एक पैकेज के रूप में समाहित करके लागू करेंगे। हम किसानों के कल्याण के लिए कृत संकल्पित हैं।

सीएम ने बताया कि शून्य ब्याज दर पर ऋण की योजना को हमारी सरकार ने फिर से लागू किया। किसान सम्मान निधि और बीमा योजना का पूरा हितलाभ दिया। खाद्यान्न उपार्जन कर 27 हजार करोड़ से अधिक भुगतान किया। शिवराज ने भरोसा दिया कि वे 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।