मध्य प्रदेश के इंदौर में जिस जर्जर इमारत को गिराने को लेकर विवाद हुआ था उसे आज नगर निगम द्वारा गिरा दिया गया है। बताया जा रहा है कि बारिश के चलते इस इमारत के गिरने की आशंका को देखते हुए इसे गिराया गया है। यह पूरी कार्रवाई इंदौर नगर निगम द्वारा की गई है। गौरतलब है कि इसी इमारत को गिराने को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम के अधिकारी की बल्ले से पिटाई कर दी थी।
बता दें कि इंदौर के गंजी कम्पाउंड में नगर निगम रोड पर मकान नंबर 52 और 53 को इंदौर नगर द्वारा जर्जर इमारत घोषित करते हुए इसे 26 जून गिराने का आदेश दिया गया था। लेकिन जब नगर निगम के अधिकारी इसे गिराने के लिए जेसीबी और दूसरी मशीनों के साथ पूरे दल-बल के साथ पहुंचे तो उन्हें बीजेपी के स्थानीय विधायक आकाश ने रोक दिया। इस दौरान नगर निगम के अधिकारी से आकाश की बहस हो गई। जिसके बाद उन्होंने एक क्रिकेट बैट से निगम के अधिकारी की पिटाई कर दी। विजयवर्गीय ने आरोप लगाया था कि अधिकारियों ने महिलाओं और इमारत के किरायेदारों के साथ दुर्व्यवहार किया था।
National Hindi News, 05 July 2019 LIVE Updates: पढ़ें आज की बड़ी खबरें
Madhya Pradesh: A building demolished by Municipal Corporation in Indore, over which BJP MLA Akash Vijayvargiya had thrashed a Municipal Corporation officer with a cricket bat on 26th June. pic.twitter.com/tAST0RYk05
— ANI (@ANI) July 5, 2019
इस हरकत के बाद देश भर में इसका जमकर विरोध हुआ था। जिसके बाद विजयवर्गीय को बाद में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। बता दें कि विजयवर्गीय द्वारा मारपीट की तस्वीरें और वीडियो भी वायरल हुआ था। पांच दिन बाद जब आकाश विजयवर्गीय जेल से रिहा होकर बाहर निकले तो बीजेपी कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया था।
गौरतलब है कि जिस बिल्डिंग को आज गिराया गया है उसके मालिक भेरूलाल ने इसे गिराए जाने के खिलाफ मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अदालत ने इस प्रक्रिया को रोकने से इनकार कर दिया था। हालांकि कोर्ट ने निगम को दो दिनों के भीतर तीन महीने के लिए अस्थायी आश्रय की व्यवस्था करने के लिए कहा था।