हाल ही में विवेक तिवारी हत्याकांड को लेकर आलोचना का शिकार हुई लखनऊ पुलिस एक बार फिर चर्चा में आ गई है। दरअसल लखनऊ पुलिस के एएसपी राजेश सिंह पर नशे में धुत होकर एक रेस्तरां में हंगामा करने के आरोप लगे हैं। रेस्तरां मालिक ने स्थानीय पुलिस पर रेस्तरां में तोड़-फोड़ करने के आरोप भी लगाए हैं। बता दें कि डीजीपी मुख्यालय में कानून व्यवस्था के स्टाफ ऑफिसर राजेश सिंह गुरुवार रात को अपने परिजनों के साथ गाड़ी से कहीं जा रहे थे, तभी एक अन्य कार से सवार ने उनकी गाड़ी में टक्कर मार दी और फरार हो गया। उसी कार सवार की तलाश में एएसपी राजेश सिंह एक रेस्तरां पहुंचे थे और वहां मौजूद कर्मचारी को सीसीटीवी फुटेज दिखाने को कहा।
कर्मचारी का आरोप है कि एएसपी ने उसे थप्पड़ मारकर सीसीटीवी फुटेज दिखाने को कहा। इस पर हंगामा देख रेस्तरां के अन्य कर्मचारियों ने बीच-बचाव किया। बताया जा रहा है कि इस पर एएसपी ने गोमतीनगर पुलिस को फोन कर मौके पर बुला लिया। रेस्तरां कर्मचारियों का आरोप है कि मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने भी उनके साथ अभद्रता की और रेस्तरां में तोड़-फोड़ शुरु कर दी और शटर बंद करा दिया। आरोप है कि गोमतीनगर सीओ और इंस्पेक्टर रेस्टोरेंट मालिक पर समझौता करने का दबाव बनाने लगे। वहीं जिस रेस्टोरेंट में पुलिस पर तोड़-फोड़ करने के आरोप लगे, वह रेस्तरां स्थानीय भाजपा नेता त्रयंबक सिंह के छोटे भाई मयंक तिवारी का है। भाजपा नेता ने एएसपी राजेश सिंह के खिलाफ गोमतीनगर थाने में तहरीर देने की बात कही है।
वहीं गोमतीनगर पुलिस का कहना है कि अभी कोई तहरीर नहीं मिली है, लेकिन तहरीर मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। खबर है कि त्रयंबक सिंह ने एसएसपी कलानिधि नैथानी को फोन कर घटना की जानकारी दी है। एनबीटी की खबर के अनुसार, उन्होंने एसएसपी को विवेक तिवारी हत्याकांड की याद दिलाते हुए कहा कि उन्हें आशंका है कि पुलिस यहां भी गोली मारकर हमारी हत्या कर सकती है। वहीं पुलिस पर रेस्तरां कर्मचारियों के साथ-साथ ग्राहकों के साथ भी अभद्रता करने के आरोप लगे हैं। वहीं एसएसपी का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।