मुंह में गुटखा दबा कर कोतवाली स्टाफ को स्वच्छता की शपत दिलाने वाले कोतवाल नागेश मिश्रा को सस्पेड कर दिया गया है। नागेश मिश्रा लखनऊ के मड़ियांव कोतवाली में कोतवाल के पद पर तैनात थे। मिश्रा को एसएसपी मंजिल सैनी ने अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित किया है। दरअसल 24 मार्च को कोतवाल नागेश मिश्रा की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसमें वह गुटखा चबाते हुए पुलिसकर्मियों को सफाई का पाठ पढ़ा रहे थे। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद से यूपी के सभी सरकारी कार्यालयों में ड्यूटी के दौरान पान और गुटखे के सेवन को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
पिछले दिनों प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में योगी आदित्यनाथ अचानक निरीक्षण पर पहुंच गए थे। इस औचक निरिक्षण के बाद से ही प्रदेश के बाकी थानों में सरप्राइज़ इंस्पेक्शन का डर बना हुआ है। हर थाने के मन में ये बात बैठ गई है कि उनके यहां भी कभी भी मुक्यमंत्री औचक निरीक्षण को पहुंच सकते हैं। इसी अंदेशे से राजधानी लखनऊ के ट्रांस गोमती इलाकों में सीएम के निरीक्षण का अलर्ट जारी हुआ।
अलर्ट मिलते ही इलाके के सभी थानों के स्टाफ एक्टिव हो गए और अपने-अपने थानों में साफ सफाई में जुट गए। इसी दौरान स्वच्छता की शपथ भी ली जाने लगीं। मड़ियाव थाने में भी कोतवाल नागेश मिश्रा अपने पूरे स्टाफ को शपथ दिला रहे थे। शपथ के दौरान मिश्रा बिना वर्दी पहने मुंह में गुटखा चबाते दिखे। उनकी यह तस्वीर वायरल हो गई। वायरल होते हुए यह तस्वीर जिले के उच्च अधिकारियों तक भी पहुंच गई। मामले का संज्ञान लेते हुए लखनऊ एसएसपी मंजिल सैनी कोतवाल नागेश मिश्रा को तत्काल सस्पेंड कर दिया।
निलंबन के बाद नागेश मिश्रा ने अपने अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने झाड़ू नहीं लगाई इसीलिए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। नागेश ने ये भी कहा कि मैंने वर्दी झाड़ू लगाने के लिए नहीं पहनी है। फिलहाल योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद से ही सारे सरकारी महकमे खासतौर से पुलिस विभाग एक्शन में दिख रहा है।