संसद भवन तक साइकिल, बाइक और पैदल तो कई लोग आ चुके हैं। लेकिन पहली बार कोई सांसद ट्रैक्टर लेकर यहां पहुंचा है। शुक्रवार को यह नजारा नई दिल्ली स्थित संसद भवन के बाहर देखने को मिला। हरिणाया के हिसार से लोकसभा सासंद दुष्यंत चौटाला खुद ट्रैक्टर चला कर संसद परिसर में आए। हरे रंग के ट्रैक्टर पर उनके साथ दो लोग और भी सवार थे। ऐसा उन्होंने अपने शौक या पसंद के कारण नहीं किया, बल्कि विरोध जताने के लिए किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस उन पर ऐसा करने के लिए दो हजार रुपए तक का जुर्माना भी लगा सकती है। जबकि, उनका कहना है कि वह खेती-किसानी वाली पृष्टभूमि से नाता रखते हैं। ऐसे में ट्रैक्टर उनका साधन है। वह इसी से संसद आएंगे और इसके लिए स्पीकर से भी बात करेंगे। चौटाला को ट्रैक्टर पर संसद के आसपास देख वहां मौजूद लोगों और अन्य अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए थे।

चौटाला इंडियन नेशनल लोक दल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक राजपत्र (गैजेट) जारी किया है, जिसमें ट्रैक्टर को ट्रांसपोर्ट व्हीकल में शामिल किया गया है। फिर वह ट्रैक्टर से संसद क्यों नहीं जा सकते? सरकार का यह निर्णय किसानों के खिलाफ है। किसानों को इसके बाद ट्रैक्टर का भी टोल टैक्स देना पड़ेगा। वे इससे पहले इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मिल चुके हैं।

उन्होंने आगे बताया कि किसान का साधन ट्रैक्टर है। सरकार ने जो राजपत्र निकाला है, उसके खिलाफ यह विरोध है। सरकार को उसे वापस लेना चाहिए। अगर उसे वापस नहीं लिया, तो वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। आज स्पीकर से मिलकर वे मांग करेंगे कि सांसदों को अपना साधन लाएंगे।