पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होते ही अब लोकसभा चुनाव के लिए दंगल शुरू हो गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, ‘देश की जनता तय करे कि उन्हें मजबूत सरकार चाहिए या मजबूर सरकार। आपको भ्रष्टाचार से लड़ने वाली सरकार चाहिए या भ्रष्टाचार करने वाली।’ उन्होंने महागठबंधन को ढकोसला करार दिया लेकिन साथ ही यह भी माना कि उत्तर प्रदेश में इसका असर पड़ सकता है।

निशाने पर मायावती और राहुल

शाह ने अपने बयान में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बसपा सुप्रीमो मोायावती को भी निशाने पर लिया। शाह ने शनिवार को दिए अपने बयान में मायावती पर हमला करते हुए कहा, ‘प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि बसपा नहीं चाहती देश में मजबूत सरकार हो।’ इसके बाद उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को स्पष्ट करना चाहिए कि वे मजबूत सरकार चाहते हैं या मजबूर सरकार। वे नहीं कर रहे इसका मतलब वे मायावती से सहमत हैं।’

‘बसपा-सपा का साथ होगी चुनौती’

महागठबंधन पर शाह ने कहा, ‘ऐसा कुछ नहीं होने वाला। एक राज्य का क्षेत्रीय नेता दूसरे राज्य में जाकर क्या कर लेगा। महागठबंधन एक ढकोसला है और इसका पूरे देश में कहीं कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन उत्तर प्रदेश में अगर बसपा और सपा साथ आते हैं तो भाजपा के लिए निश्चित तौर पर चुनौती होगी। इससे निपटने के लिए हमने अपने संगठन को ज्यादा मजबूत और पैना कर लिया है। पांच राज्यों के चुनाव परिणामों का असर 2019 के आम चुनावों पर पड़ेगा। हम छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में फिर सरकार बना रहे हैं।’