अखिलेश यादव की राजनीति का गढ़ समझे जाने वाले कन्नौज में खुले मंच से धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है। सपा मुखिया लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कन्नौज में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने लोगों को संबोधित भी किया। इसके बाद समाजवादी पार्टी के एक नेता ने मंच से ही बीजेपी के नेता और सांसद सुब्रत पाठक को धमकी दी। नेता ने कहा कि मां की कसम खाता हूं कि तेरे टुकड़े ना कर दिए तो मेरा नाम मनोज दीक्षित नहीं। अब मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है।
बीजेपी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा कि कन्नौज में एक बार फिर से सपा का दलित विरोधी चेहरा सामने आया है। समाजवादी पार्टी के नेता मनोज दीक्षित ने अखिलेश यादव के सामने ही जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने आगे लिखा कि वह केवल इतने पर ही नहीं रूके दलितों को अपमानित करने के लिए जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने से भी नहीं चूके।
मनोज दीक्षित ने बीजेपी सांसद को खुले मंच से दी धमकी
मनोज दीक्षित ने कन्नौज से बीजेपी सांसद के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया। समाजवादी पार्टी के नेता ने खुले मंच से बोलते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज का यह डर है कि अगर खुल के वोट दे दिया तो हो सकता है कि उन पर मामला दर्ज हो जाए। वह इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने कहा कि मैं अपने ब्राह्मण समाज से कहना चाहता हूं कि आप अकेले नहीं हैं मनोज दीक्षित आपके साथ है। अपने-अपने घरों से बाहर निकलें और दारूबाज सांसद से बदला लेकर रहो। उन्होंने कहा कि मां की कसम खाता हूं कि अगर तेरे टुकड़े-टुकड़े ना कर दिए तो मेरा नाम मनोज दीक्षित नहीं है।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज की
कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक के खिलाफ विवादित बयान देने के मामले में अब सपा नेता की मुश्किलें बढ़ने वाली है। पुलिस ने इसे आचार सहिंता का उल्लघंन माना है। इस वजह से मनोज दीक्षित के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कन्नौज के सपा नेता के बयान के बाद स्थानीय राजनीति से लेकर सोशल मीडिया तक पर बीजेपी और सपा के समर्थकों के बीच वार-पलटवार शुरू हो गया है।