उत्तराखंड के चार जिलों में शनिवार को पूर्ण सप्ताहांत लॉकडाउन शुरू हो गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि कोविड-19 के मामलों में हाल में वृद्धि को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। शुक्रवार देर रात जारी किए गए एक आदेश के अनुसार, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिलों में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं, जहां संक्रमण के प्रसार को रोकने और उसके चक्र को तोड़ने के लिए रविवार तक पूर्ण लॉकडाउन रहेगा।
हालांकि, आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों, अलग-अलग पालियों में औद्योगिक इकाइयों के संचालन, कृषि और निर्माण गतिविधियों, शराब की दुकानों, होटलों, इन गतिविधियों से जुड़े व्यक्तियों और वाहनों की आवाजाही, राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर माल की आवाजाही और बसों, ट्रेनों और हवाई जहाजों से उतरने के बाद अपने गंतव्य तक जाने वाले लोगों को सप्ताहांत के लॉकडाउन के दायरे से छूट दी गई है।
Coronavirus in India Live Updates
इससे पहले, केरल के तिरुवनंतपुर में जिला कलेक्टर ने जिले के समुद्री तटों को तीन क्रिटिकल कंटेनमेंट जोन्स में विभाजित कर दिया है। राज्य सरकार के ऑर्डर के मुताबिक, “ये जोन्स 18 जुलाई को रात 12 बजे से 28 जुलाई तक पूरी तरह से लॉकडाउन रहेंगे।” इससे पहले, पश्चिम बंगाल में आगे लॉकडाउन लगेगा या नहीं? इस सवाल पर शनिवार को वहां के चीफ सेक्रेट्री राजीव सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि फिलहाल राज्य सरकार के पास सूबे में लॉकडाउन लागू करने की कोई योजना नहीं है। हालांकि, ये चीज सिर्फ कड़ाई से कंटेनमेंट जोन्स में रहेगी। आगे लॉकडाउन का कोई प्लान नहीं है।
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पश्चिम बंगाल सरकार ने शनिवार को कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि राज्य में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है। मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते कोलकाता या राज्यभर में पूर्ण लॉकडाउन लगाने की संभावना से इनकार किया। उन्होंने कहा कि निरूद्ध क्षेत्रों में केवल पाबंदियों को कड़ाई से लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में स्थिति नियंत्रण में है। मृत्यु दर जो पहले अधिक थी अब कम होकर 2.7 प्रतिशत हो गई है, जो राष्ट्रीय औसत 2.5 प्रतिशत के बहुत करीब है।’’ सिन्हा ने कहा कि सरकार ने एक हेल्पलाइन की शुरूआत की है जिसके जरिये घरों में पृथक रहने वाले लोग राय और सुझाव ले सकते हैं।
असम के चीफ सेक्रेट्री संजय कृष्णा ने कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले में लॉकडाउन में दी जाने वाली छूट को लेकर गाइडलाइंस जारी की हैं। ये 19 जुलाई को शाम सात बजे से प्रभाव में आएंगी और दो अगस्त तक शाम सात बजे तक प्रभाव में रहेंगी।
सोमवार से शुक्रवार तक सुबह सात बजे से शाम पांच बजे के बीच सड़क के एक तरफ की सभी दुकानों और कारोबारों को एक दिन छोड़-छोड़कर चलने की अनुमति रहेगी। कुरियर, ई-कॉमर्स, सभी उद्योग और निर्माण संबंधी गतिविधियों को भी इस दौरान मंजूरी रहेगी।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के कारण औरंगाबाद में टायर पंक्चर मरम्मत वाली एक दुकान के मालिक की रोजी रोटी पर भी संकट पैदा हो गया लेकिन उसने चुनौतीपूर्ण दौर में भी एक नायाब तरीका निकाला और अपने दुपहिया वाहन पर सवार होकर गाड़ियों में पंक्चर लगाने का काम करने लगा। शहर के शाहनूर मियां दरगाह चौक पर पंक्चर ठीक करने की दुकान चलाने वाले शेख इमरान (45) ने कहा कि लॉकडाउन के कारण उन्हें भी अपनी दुकान बंद करनी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन लॉकडाउन के दौरान भी महामारी को काबू में लाने के लिए काम कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों के वाहन सड़कों पर दौड़ रहे थे।’’
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के कारण औरंगाबाद में टायर पंक्चर मरम्मत वाली एक दुकान के मालिक की रोजी रोटी पर भी संकट पैदा हो गया लेकिन उसने चुनौतीपूर्ण दौर में भी एक नायाब तरीका निकाला और अपने दुपहिया वाहन पर सवार होकर गाड़ियों में पंक्चर लगाने का काम करने लगा। शहर के शाहनूर मियां दरगाह चौक पर पंक्चर ठीक करने की दुकान चलाने वाले शेख इमरान (45) ने कहा कि लॉकडाउन के कारण उन्हें भी अपनी दुकान बंद करनी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन लॉकडाउन के दौरान भी महामारी को काबू में लाने के लिए काम कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों के वाहन सड़कों पर दौड़ रहे थे।’’
औरंगाबाद के जिलाधिकारी उदय चौधरी ने शनिवार को कहा कि जिले में पिछले नौ दिनों से लागू लॉकडाउन से प्रशासन को कोरोना वायरस के प्रसार पर काबू पाने में मदद मिली है। इस दौरान किए गए उपायों से संक्रमण फैलाने वाले "अज्ञात लोगों" का पता लगाने में सहायता मिली है। उन्होंने कहा कि 10 से 18 जुलाई के बीच तीन हजार आरटी-पीसीआर और एंटीजन परीक्षण किए गए और 1,000 से अधिक कोविड-19 मामलों का पता लगाया गया। उन्होंने कहा कि इससे संक्रमण फैलने की गति धीमी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे मृत्यु दर में कमी लाने में भी मदद मिली है और 16 जून को जिले में मृत्यु दर 5.61 प्रतिशत थी जो अब घटकर 3.80 प्रतिशत हो गयी है।
आंध्र प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 3,963 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़कर 44,609 पहुंच गयी। इसके अलावा शनिवार को सर्वाधिक 52 संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार नए संक्रमित मरीजों में से कोई भी व्यक्ति दूसरे राज्य या दूसरे देश नहीं आया था। इस महामारी से और 52 मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद मृतकों की संख्या 586 पर पहुंच गई। पिछले 24 घंटों में कुल 23,872 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 3,963 नमूनों में संक्रमण की पुष्टि हुई जो कि करीब 18 फीसदी है।
भारत में कोविड-19 के मामले मध्य सितंबर में चरम पर पहुंच सकते हैं और अब मुख्य कार्य इस वायरस को खासतौर पर गांवों में फैलने से रोकने का होना चाहिए, जहां देश की दो-तिहाई आबादी रहती है। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष प्रो. के. श्रीनाथ रेड्डी ने शनिवार को यह कहा। हालांकि, उन्होंने पीटीआई-भाषा से बात करते यह चिंता भी जताई कि वायरस कहीं अधिक तेजी से फैल रहा है। भारत में इस सप्ताह की शुरूआत में संक्रमण के मामले 10 लाख के आंकड़े को पार कर गये और इस महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या 25,000 से अधिक हो गई है।
उत्तराखंड के नौ जिलों पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर और अल्मोड़ा में लॉकडाउन प्रभावी नहीं रहेगा। यहां पूर्व की भांति हर गतिविधि चलती रहेंगी। शनिवार को जहां दफ्तर खुले रहेंगे, वहीं बाजारों के साथ ही वाहनों की आवाजाही भी होती रहेगी।
महाकाल की नगरी उज्जैन कोरोना वारयस से जूझ रही है। पूरे उज्जैन जिले में कोरोना वायरस की वृद्धि को देखते हुए उज्जैन नगर सहित जिले के सभी कस्बों में आगामी आदेश तक प्रति रविवार लॉकडाउन लागू किया गया है। इसके अलावा मध्य प्रदेश के कई शहरों में रविवार को लॉकडाउन लागू किया गया है।
उत्तराखंड में बाहर से अधिकतम ऐसे 1500 व्यक्ति ही प्रतिदिन आ सकेंगे, जिन्होंने कोरोना का टेस्ट नहीं कराया। ये फ्लाइट व ट्रेन से आने वालों से अलग होंगे। विशेष परिस्तिथियों में संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को 50 व्यक्तियों को परमिट जारी करने की अनुमति होगी। बाहर आने वाले व्यक्तियों का अचानक कोरोना टेस्ट भी किया जा सकता है। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर जिला प्रशासन इन्हें भर्ती कराएगा।
विशेषज्ञों ने कहा कि उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल में कोरोना के मरीज 40 हजार के करीब हैं। इन राज्यों के घनी आबादी वाले क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित हैं, इन्हें महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु की स्थिति में पहुंचने से रोकना है तो प्रतिदिन जांच एक लाख से कम नहीं हो।
उत्तर प्रदेश के बलिया में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलते संक्रमण को देखने हुए एक हफ्ते का लॉकडाउन लागू किया गया है। बलिया के एक कोतवाली प्रभारी तथा बलिया तहसील के 16 कर्मचारी अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
देश औऱ अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने कहा है कि सरकार को संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए दोबारा देशव्यापी लॉकडाउन से भी नहीं हिचकना चाहिए। एम्स के विषाणुविज्ञानी प्रोफेसर डॉ. आनंद कृष्णन ने कहा कि भारत में तीन माह का लॉकडाउन उस वक्त लागू हुआ था, जब महज एक हजार केस थे, लेकिन कम टेस्टिंग के कारण संक्रमण के दायरे और स्रोत का सही पता नहीं लग सका। लिहाजा यही समय है कि लॉकडाउन के कड़े स्वास्थ्य उपाय अपनाए जाएं।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी लॉकडाउन लगाया गया है। इसके अलावा कर्नाटक के दक्षिणी भाग में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया गया है। वहीं महाराष्ट्र के पुणे और पिंपरी-चिंचवाड़ में 10 दिन का लिए लॉकडाउन किया गया है।
कोरोना के रोकथाम के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा लॉकडाउन का फैसला लिया गया है। गुजरात में अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत में सभी सरकारी दफ्तरों को फिर से बंद किया जा रहा है। इन जगहों से कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहा है।
शनिवार को लॉकडाउन के बावजूद देहरादून की सड़कों पर वाहनों की लंबा जाम लग गया। देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिले में अगले आदेशों तक शनिवार और रविवार को लॉकडाउन घोषित है। इन जिलों में कुछ शर्तों के तहत ही आवाजाही हो सकेगी। दो दिन में इन चारों जिलों की सीमाएं भी सील रहेंगी।
लॉकडाउन में कर्नाटक की राजधानी बेंगुलरु की इंदिरा कैंटीन की कमाई बढ़ गई है। पिछले चार महीने में इंदिरा कैंटीन की कमाई में 30 पर्सेंट का इजाफा हुआ है। शहर के रेस्तरां, फूड स्टॉल और रोड साइड वेंडर्स की दुकाने बंद होने के कारण इंदिरा कैंटीन पर भीड़ बढ़ गई है।
लॉकडाउन का उल्लंघन करनेवालों के खिलाफ बिहार पुलिस की कार्रवाई जारी है। पुलिस मुख्यालय के मुताबिक नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में अबतक 1582 गाड़ियां जब्त की गई। पुलिस ने वाहन चालकों से 35 लाख 35 हजार 200 रुपए का जुर्माना भी वसूला है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार में 16 से 31 जुलाई तक फिर से लगाए गए लॉकडाउन का आज तीसरा दिन है। तीसरे कदिन भी सुबह से ही सन्नाटा पसरा हुआ है। राज्य के कों पर लोग कम दिख रहे हैं। पुलिस चौक-चौराहों पर वाहनों की जांच कर रही है।
उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने भी लॉकडाउन से जुड़ा ऐसा ही फैसला किया है। मुख्य सचिव ने आदेश जारी कर कहा है कि राज्य के चार जिलों में अब हर शनिवार और रविवार को लॉकडाउन लगाया जाएगा। हालांकि, इसके साथ कुछ छूटों का भी ऐलान हुआ है। जिन चार शहरों में फिलहाल वीकेंड लॉकडाउन का आदेश है, उनमें राजधानी देहरादून, हरिद्वार, उधम सिंह नगर और नैनीताल शामिल हैं।