बहुचर्चित लेखपाल हत्याकांड के आरोपी व भाजपा के बाहुबली नेता यशभद्र सिंह उर्फ मोनू और नौ अन्य को जिला जज एसके सिंह की अदालत ने सोमवार को बरी कर दिया। मोनू सिंह और उनके साथियों पर चुनावी रंजिश को लेकर बीकापुर में कार्यरत लेखपाल की हत्या का आरोप था। सोमवार को कचहरी में उनकी पेशी को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। हाल ही में मोनू ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीता है। मोनू और अन्य आरोपियों पर धारा 302, 504, 506 व 120 बी के तहत मुकदमा चल रहा था।

2010 में प्रधानी चुनाव की रंजिश के चलते बीकापुर में कार्यरत लेखपाल राम कुमार यादव का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। लेखपाल की पत्नी कमला देवी ने यशभद्र सिंह और नौ अन्य लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। मामला हाई-प्रोफाइल होने के कारण राजनीतिक गलियारों में इसकी खूब चर्चा भी हुई थी। पुलिस ने घटना के सबूत के तौर पर एक हॉकी बरामद की थी। मोनू सिंह और उनके साथियों पर इसी हॉकी से रामकुमार की पीट-पीटकर हत्या का आरोप लगा था। बचाव पक्ष के वकील ने पुलिस द्वारा पेश की गई हॉकी को बच्चों की खेलने वाली हॉकी बताया और कहा कि इससे किसी की हत्या नहीं की जा सकती। पुलिस ने एक गाड़ी के टुकड़े भी बरामद किए थे जोकि नई गाड़ी के थे, लेकिन गाड़ी पुरानी बताई जा रही थी। पुलिस अभी तक अपहरण और हत्या में इस्तेमाल की गई गाड़ी को बरामद नहीं कर सकी है।