Lakhimpur Kheri: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) को फिलहाल सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से भी जमानत नहीं मिल सकी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए 20 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी है। वहीं, सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में सेशन कोर्ट (Session Court) ने कहा कि ट्रायल पूरा करने में कम से कम 5 साल लगेंगे।
Lakhimpur Kheri Violence: ट्रायल पूरा करने में लगेंगे 5 साल
गौरतलब है कि आशीष मिश्रा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जमानत रद्द करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुनवाई के दौरान यूपी सरकार ने जानकारी दी कि सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए जा चुके हैं। इस मामले को लेकर पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने एडिशनल जज से सवाल किया था कि लखीमपुर मामले में ट्रायल में कितना समय लगेगा। इसके जवाब में जानकारी दी गई कि न्यायाधीश लखीमपुर खीरी की रिपोर्ट कहती है कि मुकदमे को पूरा होने में तकरीबन 5 साल लगेंगे।
इससे पहले सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पहले इस मामले में निचली अदालत में आरोप तय हो जाने दिया जाए, उसके बाद जमानत याचिका पर सुनवाई होगी। जिसके बाद 6 दिसंबर 2022 को लखीमपुर की एडीजे कोर्ट ने आशीष मिश्रा समेत सभी 14 अभियुक्तों पर आरोप तय कर दिए हैं।
Lakhimpur Kheri Violence Case: पीड़ित पक्ष ने की सुनवाई टालने की मांग
सुप्रीम कोर्ट को भेजे गए एक पत्र में, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने कहा कि मामले में 208 अभियोजन पक्ष के गवाह, 171 दस्तावेज और 27 फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) रिपोर्ट हैं। वहीं, पीड़ितों की ओर से प्रशांत भूषण ने सुनवाई कल के लिए या अगले हफ्ते के लिए टालने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि सीनियर वकील दुष्यंत दवे की तबीयत ठीक नहीं है इसलिए सुनवाई टाल दी जाए।
सुनवाई में आशीष मिश्रा की ओर से मुकुल रोहतगी ने कहा था कि आशीष मिश्रा की अर्जी निचली अदालत ने खारिज कर दी है। उन पर आरोप तय कर दिए गए हैं। वो घटना के समय कार में नहीं था, फिर भी एक साल से ज्यादा समय से जेल में है। पहले हाईकोर्ट ने जमानत दी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जमानत रद्द कर फिर से मामले को हाईकोर्ट भेज दिया था।
Lakhimpur Kheri Violence: क्या है मामला?
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले के तिकुनिया थाना क्षेत्र में 3 अक्टूबर 2021 को हिंसा हुई थी। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने जीप से प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल दिया था। इस दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी। मामले में हिंसा भड़कने के बाद 8 लोगों की जान गई थी।