Start Body Content with: Kumbh Mela 2019: प्रयागराज कुंभ के दौरान धर्म के रक्षक माने जाने वाले कई साधु अपनी सुरक्षा के लिए हथियारबंद निजी सुरक्षा गार्ड्स या सरकारी सुरक्षाकर्मियों (पुलिस) पर भरोसा कर रहे हैं। इनमें से कई के पास जेड प्लस या जेड श्रेणी की सुरक्षा भी है। ये साधु-संत धार्मिक अनुष्ठान और गंगा स्नान के दौरान भी सुरक्षा के दायरे में रहते हैं। कुंभ मेले में सुरक्षा व्यवस्था देख रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशुतोष मिश्रा ने कहा, ‘अखाड़ों की सुरक्षा के लिए अर्धसैन्य बलों की चार टुकड़ियां तैनात की गई हैं। महामंडलेश्वर को अलग से गनर उपलब्ध कराए गए हैं। कुंभ में सुरक्षा का दायरा स्थानीय खुफिया नेटवर्क से मिली सूचनाओं के आधार पर किया गया है।’

कुंभ मेले में 13 अखाड़े और उनके कैंप आकर्षण के केंद्र होते हैं। उनकी सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ के सशस्त्र जवानों के हाथ में होता है। आतंकी हमले की आशंका के मद्देनजर शनिवार से अब तक यूपी पुलिस ने अखाड़ों के कैंप को घेर रखा है। द्वारका शारदा पीठ स्वामी स्वरूपानंद को जेड प्लस सुरक्षा दी गई है।पुलिस के अनुसार करीब 260 पुलिसकर्मियों को गनर्स दिए गए हैं।

जूना अखाड़ा के जगतगुरु पंचानंद गिरि और अग्नि अखाड़ा के श्री महंत संपूर्णानंद ब्रह्माचारी पर भी खास ध्यान है। पंचानंद गिरी की सुरक्षा में तैनात जवानों के पास एके-47, कार्बाइन और पिस्तौल भी हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महासचिव हरिगिरीजी महाराज और प्रमुख महंत नरेंद्र गिरी को भी उत्तर प्रदेस पुलिस की तरफ से खास सुरक्षा दी गई है। इसी तरह कंप्यूटर बाबा को मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से सुरक्षा दी गई है। जूना अखाड़ा के प्रमुख स्वामी अवधेशानंद महाराज के लिए अर्धसैन्य बलों के जवान तैनात हैं।