सेक्टर-39 के राजकीय पीजी कॉलेज से शुक्रवार को छात्रा के अगवा होने की कहानी फर्जी निकली है। मेडिकल जांच में छात्रा के गर्भवती होने की पुष्टि हुई है। छात्रा ने गर्भपात कराने के लिए यह झूठी कहानी रची थी। बेहोशी की हालत में छात्रा को सलारपुर के पॉली क्लिनिक में भर्ती कराने वाली महिला भी उसकी जानकार थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, छात्रा एक युवक के साथ लिव-इन में रह रही थी। चार महीने की गर्भवती छात्रा ने उसी युवक के साथ अपहरण का नाटक रचा था।
सर्विलांस और कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने युवक की पहचान कर ली है। थाना सेक्टर-39 पुलिस मंगलवार को छात्रा का उस युवक से आमना-सामना कराएगी, जिसके बाद दोनों के बयान दर्ज होंगे। बता दें कि 19 साल की यह छात्रा भंगेल में अपने परिवार के साथ रहती है। शुक्रवार सुबह वह अपनी एक अन्य सहेली के साथ आॅटो में कॉलेज के लिए निकली थी। सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास उसकी सहेली उतर गई थी।
छात्रा ने कुछ कार सवार युवकों पर मुंह पर रुमाल लगाकर बेहोश करने का आरोप लगाया था। उसने कहा था कि पांच घंटे तक कार में घुमाने के बाद कार सवार युवक उसे दोबारा कॉलेज के पास छोड़ गए थे। बेहोशी की हालत में गायत्री नाम की एक महिला ने उसे सलारपुर में एक पॉली क्लिनिक में भर्ती कराया था।
उसी ने छात्रा के परिजनों को फोन पर सचूना दी और क्लिनिक में 2000 रुपए भी जमा कराए थे। सेक्टर-39 के एसओ जहीर खान ने बताया कि पूछताछ में छात्रा के लगातार बयान बदलने से शक हुआ था। छात्रा ने जिस समय घटना घटने की बात कही थी, उस वक्त उसके मोबाइल की लोकेशन कहीं और मिली थी। इसी तथ्य के आधार पर पुलिस ने जांच की थी।