आपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर अमृतसर में खालिस्तान समर्थन में नारेबाजी हुई है। इसके अलावा भीड़ ने जरनैल भिंडरावाले के पोस्टर के साथ तलवार भी लहराई गईं। इसको लेकर कवि कुमार विश्वास ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कवि कुमार विश्वास ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा- ‘लोग पूछते हैं कि इतना बड़ा देश बंटा कैसे था? ऐसी सुनियोजित साज़िशों और हमारी ये सहने की आदतों के कारण। तब भी मुझ जैसे लोग पागल कहे जाते थे, आज भी जब मैं बोला तो लोगों ने नहीं सुना। देश की सारी पार्टियां चुप बैठी हैं और भारत मां के आंचल को फाड़ने की योजना बनाने वाला मुखर। आज का पंजाब’।
श्री अकाल तख्त साहिब जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आज बरसी के मौके पर बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘हम अपने लोगों को खुलेआम शस्त्रों की ट्रेनिंग देंगे। बाकी लोग छुपकर ट्रेनिंग देते हैं, इस बात को कहने में मुझे कोई हर्ज नहीं है। आज हर गांव में चर्च और मस्जिद बन रही है। हमें अपने धर्म का प्रचार करना है, नहीं तो हम धर्म से दूर हो जाएंगे।’
बता दें, यह नारेबाजी अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर हुई। यहां पर बड़ी संख्या में जुटी भीड़ ने तलवार लहराते हुए खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की। इस नारेबाजी का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि भारी संख्या में जुटी भीड़ तलवार और पोस्टर से लैस है और नारेबाजी कर रही है।
जानिए क्या था ऑपरेशन ब्लू स्टार
स्वर्ण मंदिर में सेना का ऑपरेशन ब्लूस्टार चलाया गया था। सेना ने जून 1984 में स्वर्ण मंदिर परिसर से आतंकियों को बाहर निकालने के लिए ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ चलाया था। इस दौरान भीषण गोलीबारी हुई थी और अकाल तख्त को भारी नुकसान हुआ था। ये एक ऐसा मौका था, जब हरमंदिर साहिब में गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ नहीं हो पाया था। 1 जून से 8 जून 1984 के बीच चलाए गए इस ऑपरेशन में कई जानें गई थीं। इस दौरान स्वर्ण मंदिर का कुछ हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हुआ था।
ऑपरेशन ब्लूस्टार के बाद ही तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों ने हत्या कर दी थी, जिसके बाद देश में दंगे भड़क गए थे। इन दंगों में लगभग 3,000 सिख मारे गए थे।