हरियाणा पुलिस ने एक निर्माणाधीन चर्च में तोड़फोड़ मामले के मुख्य आरोपी को आज गिरफ्तार कर लिया। यह तोड़फोड का मामला हरियाणा के हिसार जिले में एक गांव का है।
हिसार के पुलिस अधीक्षक सौरभ सिंह ने फोन पर पीटीआई को बताया ‘‘मामले के मुख्य आरोपी अनिल गोदारा को आज हिसार से गिरफ्तार कर लिया गया।’’ उन्होंने बताया कि आरोपी को पहले एक अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस उसे रिमांड पर लेने का प्रयास करेगी। उन्होंने बताया ‘‘मामले की जांच जारी है और बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।’’
हिसार के नजदीक कैमरी गांव में रविवार को एक निर्माणाधीन चर्च में लोगों के एक समूह ने तोड़फोड़ की थी और क्रॉस की जगह हनुमान की मूर्ति रख दी थी जिसके कारण इलाके में तनाव व्याप्त हो गया था।
विलिवर्स चर्च के पादरी सुभाष चंदर ने अपनी शिकायत में कहा है कि समूह ने क्रॉस को तोड़ दिया। उसकी जगह हनुमान की मूर्ति रख दी और भगवान राम के चित्र वाली एक ध्वजा लगा दी। इन लोगों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। आरोप है कि उन लोगों ने निर्माणाधीन चर्च से कूलर और कुछ अन्य सामान चुरा लिया।
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा था कि चर्च के पादरी सुभाष चंदर द्वारा दर्ज कराये गये एक मामले में अनिल गोदारा, दलबीर सिंह, राज कुमार, कुलदीप, सतपाल, कृष्ण, सुरेश, दिनेश, जोगेन्दर, कुलवंत, सुधीर, बिलेन्दर, सतनारायण और छोटू राम सहित कई लोगों के नाम शामिल है।
खट्टर ने विधानसभा में कल कहा था कि खबर मिली है कि यह भवन एक अवैध कॉलोनी में बनाया जा रहा था और पादरी एवं धार्मिक स्थल पर हमला करने वालों के बीच विवाद के परिणामस्वरूप यह तोड़फोड़ की गयी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इस घटना पर चिंता व्यक्त की और इस संबंध में सभी तथ्यों और मामले में की गई कार्रवाई पर तत्काल एक रिपोर्ट देने को कहा है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने संवाददाताओं को बताया कि चर्च में हुई तोड़फोड़ के मामले में कथित रूप से शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर जाएगी। खट्टर ने कहा था कि पादरी ने कुछ साल पहले हिसार के कैमरी गांव में बिलीवर चर्च इंडिया के नाम पर जमीन खरीदी थी और अब उस पर एक भवन बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि गांव वालों ने आरोप लगाया है कि शिकायतकर्ता लोगों पर जबर्दस्ती ईसाई धर्म स्वीकार करने का दबाव बना रहा था। क्षेत्र के प्रतिनिधि और इनेलो विधायक रणबीर गंगवा के मुताबिक, गांव में एक भी ईसाई परिवार नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘वहां कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं है। बजरंग दल और कुछ ईसाई नेता विवाद पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं।’’
स्थानीय ग्रामीण उमेद सिंह ने पुलिस को की एक अन्य शिकायत में कहा है कि पादरी सुभाष चंदर ने निर्माणाधीन चर्च में कुछ स्थानीय लोगों को कथित रूप से बाइबिल की शिक्षा देना शुरू किया था, जिसका उन लोगों ने विरोध किया था।