राष्ट्रीय जांच एजंसी (एनआईए) ने शनिवार रात 27 वर्षीय मोहम्मद रियाज नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है जिसपर उसकी पत्नी ने जबरन धर्म-परिवर्तन कराने का आरोप लगाया है। इंडिया टुडे के अनुसार, कन्नूर के रहने वाले रियाज पर आरोप है कि वह केरल की रहने वाली अपनी पत्नी को कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस का सेक्स गुलाम बनाना चाहता था और इसी कारण उसने महिला से शादी की थी। महिला को साऊदी अरब ले जाने के लिए वह उसके दस्तावेज तैयार करा रहा था। महिला ने सुप्रीम कोर्ट से मदद की गुहार लगाई थी, जिसके बाद कोर्ट ने इस मामले की जांच के आदेश एनआईए को दिए थे। रियाज शनिवार को जेद्दाह से चेन्नई आया था।
केरल पुलिस को पहले ही रियाज के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया गया था और पुलिस अपनी टीम के साथ एयरपोर्ट पर तैनात थी। इसके बाद रियाज को कोच्चि बुलाया गया जहां पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस केस में 11 लोग आरोपी हैं। पीड़िता के बयान के आधार पर रियाज की मां को भी इस मामले में आरोपी ठहराया गया है। आरोपी रियाज ने पूछताछ में खुद पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उसका कहना है कि जबरन धर्म-परिवर्तन कराना और अपनी पत्नी को सीरिया भेजने वाले आरोप निराधार हैं। रियाज ने कहा कि वह इस केस में हर प्रकार की जांच के लिए तैयार है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता और रियाज की जान-पहचान साल 2014 में कॉलेज के दौरान हुई थी। दोनों एकसाथ पढ़ाई करते थे। दोनों के बीच दोस्ती हुई और फिर वे एक दूसरे से प्यार करने लगे। पीड़िता ने अपने बयान में कहा है कि रियाज उसे झांसा देकर उसके साथ रेप करता और उसका आपत्तिजनक वीडियो बनाता था। इसके बाद आरोपी ने पीड़िता को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। रियाज ने जबरन पीड़िता का धर्म बदलवाया और उससे शादी की। शादी के बाद वह पीड़िता को जेद्दाह ले जाना चाह रहा था, जहां से वह उसे सीरिया भेजता।
वहीं रियाज ने केरल हाई कोर्ट में एफिडेविट जमा कराया, जिसमें उसने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है। रियाज का कहना है कि पीड़िता ने अपने पिता के दवाब में आकर उसपर आरोप लगाया है क्योंकि जबसे उनकी शादी हुई है तबसे वह उससे कह रहे हैं कि रियाज के अपने किसी रिश्तेदार के साध अवैध संबंध हैं। अक्टूबर 2017 को उसके पत्नी जामनगर के लिए निकली थी लेकिन वह फिर घर वापस नहीं आई। वहीं दूसरी ओर एनआईए इस मामले की तह तक जाने के लिए बेंगलुरु और गुजरात जाएगी ताकि केस में ज्यादा से ज्यादा सबूत जुटाए जा सकें।