केरल के एक फुटबॉलर ने लीक से हटकर कुछ ऐसा किया कि हर तरफ उनकी तारीफ हो रही है। जी हां! सीके. विनीत हाल में ही पिता बने हैं। वह नवजात का जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के लिए फॉर्म लिया था। उन्होंने नियमानुसार अनिवार्य सभी कॉलम को भरा लेकिन धर्म के कॉलम में उन्होंने ‘निल’ (कुछ नहीं) लिख दिया था। प्रमोद रमन नामक एक पत्रकार ने विनीत के इस कदम को टि्वटर पर शेयर किया था। इसके बाद देखते ही देखते यह वायरल हो गया। लोग फुटबॉलर के इस प्रयास की सराहना करने लगे। लोगों ने धार्मिक स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए विनीत द्वारा उठाए गए कदम की तारीफ कर रहे हैं। प्रमोद ने ट्वीट किया, ‘सीके विनीत ने मुझे बताया कि उनके बेटे को अपना धर्म चुनने का अधिकार होना चाहिए। बड़ा होने पर यदि इसकी जरूरत हुई तो वह खुद इसका निर्णय लेगा। देश में धार्मिक स्वतंत्रता और सहिष्णुता के पक्ष में खड़े होने वाले लोगों के लिए यह प्रेरणा का बहुत बड़ा स्रोत है।’
Great move..real role model to the youths..humanity is all we needed..baby you can achieve a lot because u get a wonderful father..well done @ckvineeth pic.twitter.com/L36hzKzcgs
— akhila kochu (@Akhila178) March 16, 2018
My little game changer has arrived. pic.twitter.com/u1GLtxO6VC
— CK Vineeth (@ckvineeth) February 24, 2018
विनीत ने टि्वटर पर ही पुत्र होने की खुशी साझा की थी। टि्वटर पर फुटबॉलर द्वारा जन्म प्रमाणपत्र के लिए भरे गए फॉर्म को भी साझा किया गया। अखिला ने इसे ट्वीट करते हुए लिखा, ‘बेहतरीन कदम। युवाओं के लिए सच्चा रोल मॉडल। हमलोगों को मानवता की बहुत जरूरत है। बेबी तुम बहुत कुछ हासिल कर सकते हो क्योंकि तुम्हें बेहतरीन पिता मिला है। वेल डन!’ इस फॉर्म में बच्चे के जन्मस्थान और स्थानीय पते आदि का भी उल्लेख है। धर्म के कॉलम में उन्होंने निल लिख दिया था। श्रीराज ने ट्वीट किया, ‘हमारी सरकार कब धर्म के बारे में पूछना बंद करेंगी? वे कब धर्म के नाम पर पेंशन और छात्रवृत्ति देना बंद करेंगी? प्रत्येक व्यक्ति को नाम के साथ धर्म का उल्लेख करना बंद कर देना चाहिए। सरकार को सबसे पहले इसकी शुरुआत करनी चाहिए।’ विवेक ने लिखा, ‘मैं जाति, उपजाति, धर्म आदि के कॉलम में इंडियन लिखने को प्राथमिकता दूंगा।’ सूरज ने ट्वीट किया, ‘वेल डन विनीत। आप हकीकत में रोल मॉडल हैं। स्कोर करना जारी रखें।’ एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, ‘आप पर हमें गर्व है।’ बता दें कि जन्म प्रमाणपत्र में जन्म का स्थान के अलावा धर्म का भी कॉलम होता है।