Kerala Sabarimala Hartal: केरल के सबरीमला मंदिर में रजस्वला उम्र की दो महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ प्रदेश में हिंदू संगठनों की बुलाई गई हड़ताल के दौरान गुरुवार को बड़े पैमाने पर पथराव, वाहनों को रोकने, हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। सबरीमला कर्म समिति और अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद ने 12 घंटे की इस हड़ताल का आह्वान किया। हड़ताल से शुरुआती घंटों में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। सबरीमला कर्म समिति विभिन्न विभिन्न हिंदू संगठनों का संघ है।
पुलिस के मुताबिक, पंडालम में पथराव में गंभीर रूप से घायल हुए 55 साल के एक व्यक्ति की बुधवार रात मौत हो गई। वहीं, केरल राज्य पथ परिवहन निगम की बसें कई जिलों में सड़कों पर नहीं उतरीं। बुधवार को मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का विरोध करने वालों ने बसों पर भी पथराव किया था। प्रदेश में चलने वाली आटोरिक्शा भी कम ही सड़कों पर दिखी और इससे लोगों को यातायात में परेशानियों का सामना करना पड़ा। पूरे प्रदेश में महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों समेत बडी संख्या यात्री बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर फंसे रहे।
विरोध प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री विजयन ने भाजपा, आरएसएस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनके द्वारा की गई हिंसा से सख्ती से निपटा जाएगा। विजयन ने कहा कि दोनों महिलाएं सबरीमला में ‘ऊपर से नहीं उतरीं’, बल्कि वे सामान्य भक्तों की तरह ही गई थीं और अन्य श्रद्धालुओं ने उनका विरोध नहीं किया। उन्होंने यहां संवददाताओं को बताया, ‘सबरीमला मंदिर में प्रवेश करने वाली कनकदुर्गा और बिंदू ने मंदिर जाने के लिए सुरक्षा मांगी थी जिसके बाद उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई। वे ऊपर से नहीं उतरी थीं। वे सामान्य भक्तों की तरह ही मंदिर गईं। अन्य श्रद्धालुओं ने उनका विरोध नहीं किया।’
सबरीमाला मंदिर मामले को लेकर तिरुवनंतपुरम में गुरुवार (तीन जनवरी) दोपहर मीडिया कवरेज के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं ने मीडिया से बदसलूकी की। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एशियानेट के कैमरापर्सन बीजू पर प्रदर्शन के दौरान हमला कर दिया था।
राज्य में हड़ताल के दौरान 64 वर्षीय पथुम्मा की मौत हो गई, जो वयानंद से RCC यानी रीजनल कैंसर सेंटर में इलाज के लिए आईं थीं। खबर के मुताबिक राजधानी त्रिवनंतपुरम के रेलवे स्टेशन पर गुरुवार सुबह पथुम्मा की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि देरी से एंबुलेंस सेवा मिलने की वजह से महिला की मौत हो गई।
कांग्रेस वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने गुरुवार को संसद भवन परिसर में यूनाइटेड नेक्रोटिक फ्रंट संग सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ राज्य में हुई हिंसा पर सीपीएम सरकार और भाजपा पर हिंसा का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता ट्विटर पर कहा कि पार्टी का मानना है कि मामले के समाधान संवैधानिक तरीके से 22 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा होना चाहिए।
मुख्यमंत्री विजयन ने मीडिया को बताया कि बुधवार को हिंसा में घायल हुए सबरीमला कर्मा समिति के वर्कर की आज मौत हो गई। चंद्रन उन्नीथन बुधवार को पंडालम में हिंसा बुरी तरह घायल हो गए थे जिन्हें बाद में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उन्हें बचाया नहीं जा सका और हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि सात पुलिस वाहनों और 79 KSRTC बसों में तोड़फोड़ हुई। 39 पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ। अभी तक जिन लोगों पर सबसे अधिक हमला हुआ उनमें महिलाओं की तादाद सबसे अधिक है। महिला मीडियाकर्मी पर भी हमला हुआ है। हिंदुस्तान टाइम्स ने सीएम के हवाले से खबर दी है कि पुलिसकर्मियों सहित 100 लोग हिंसा में घायल हुए हैं। राज्य में पार्टी के दफ्तरों और घरों पर हमला हुआ है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सबरीमला विवाद पर भाजपा, आरएसएस पर हमला बोलते कहा उन्होंने जो हिंसा शुरू की है उससे सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के नाम पर हड़ताल करना उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ हड़ताल करने जैसा है। सीएम विजयन ने गुरुवार को मीडिया को संबोधित को बंद को संगठित और समन्वित हिंसा बताया।
केरल पुलिस ने पंडालम से सीपीएम को दो कार्यकर्ता को हिरासत में लिया है। दोनों पर भाजपा कार्यकर्ता चंद्ररन उनीथन की हत्या में शामिल होने का आरोप है। उनीथन सबरीमला एक्शन काउंसिल के बैनर तले एक प्रदर्शन में भाग ले रहे थे। तब पंडालम में भड़की हिंसा में वह बुरी तरह घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई।
यहां मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कथित पांच प्रदर्शनकारियों द्वारा महिला पुलिसकर्मी पर हमले के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दूसरी तरफ हड़ताल के चलते केरल स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ने केरल में अपना संचालन रोक लिया है।
सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ विभिन्न संगठनों द्वारा हड़ताल के आह्वान चलते राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। वहीं यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट इस दिन का काला दिवस के रूप में मना रहा है।