केन्द्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार (13 मई) कहा कि भाजपा नीत राजग ही 16 मई को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में केरल के लोगों के लिए एकमात्र विकल्प है क्योंकि एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में व्यस्त सत्तारूढ़ यूडीएफ और विपक्षी एलडीएफ ने अपने एक के बाद एक कार्यकालों में विभिन्न मोर्चो पर उन्हें निराश ही किया है। प्रभु ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘केरल बेरोजगारी एवं मूलभूत संरचना की कमी का सामना कर रहा है। दोनों मोर्चों की एक के बाद एक सरकारों की वजह से कोई भी औद्योगिक इकाइयां स्थापित नहीं हुई हैं। अपने अभियानों में यूडीएफ कहता है कि एलडीएफ खराब है जबकि एलडीएफ कहता है कि यूडीएफ सबसे बुरा है। यदि दोनो मोर्चे बस आरोप-प्रत्यारोप में लगे रहे तो वे कैसे सुशासन प्रदान कर सकते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘केरल के लोगों के सामने एकमात्र और असल विकल्प भाजपा नीत राजग है क्योंकि यूडीएफ और एलडीएफ ने अपने एक के बाद एक कार्यकालों में विभिन्न मोर्चो पर उन्हें विफलता ही थमायी है। लोगों को राजनीतिक अवसरवादिता को खारिज कर देना चाहिए और हमें मौका देना चाहिए।’
बेरोजगारी के मोर्चे पर उन्होंने कहा कि उन्हें बड़ा दुख होता है कि राज्य के लोगों को काम की तलाश में विदेश जाना पड़ता है। इससे अपने लोगों को रोजगार देने में सरकारों की विफलता ही सामने आती है। उन्होंने कहा कि वैसे केरलवासी जहां कहीं जाते हैं, मातृभूमि के प्रति योगदान करते हैं। उन्होंने लीबिया से बचाकर लाए गए लोगों के इस आरोप पर कि केंद्र ने उनकी मदद के लिए कुछ नहीं किया, को राजनीति से प्रेरित बताया।