केरल की कमान संभालने जा रहे पिनरई विजयन ने कहा है कि राज्य की माकपा नीत नई एलडीएफ सरकार जनता की सरकार होगी और यह जाति, धर्म व राजनीतिक दायरे से अलग हटकर काम करेगी। उन्होंने राज्य की बेहतरी के लिए समाज के सभी वर्ग के लोगों से मदद भी मांगी। नई सरकार के मुख्यमंत्री पद के लिए नामित किए जाने के बाद मंगलवार को अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘यह जनता की सरकार होगी और लोगों के कल्याण के लिए काम करेगी। जाति, धर्म और राजनीतिक दायरे का बंधन नहीं होगा और हम इसी भावना के साथ काम करेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘इस सरकार में हर किसी का हक है और समाज को समझना चाहिए कि अगर लोग पीठ दिखाएंगे तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया पूरी नहीं होगी। यह लोगों का सहयोग है जो लोकतंत्र को मजबूत बनाता है।’ विजयन ने कहा कि यह सरकार न्याय, भाईचारे, समृद्धि और विकास के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि नई सरकार बुधवार शाम चार बजे सेंट्रल स्टेडियम में शपथ ग्रहण करेगी और समाज के विभिन्न तबकों के लोग इसमें मौजूद रहेंगे। शपथ ग्रहण के बाद शाम साढ़े छह बजे के करीब मंत्रिमंडल की पहली बैठक होगी।
विजयन ने बताया कि उन्हें अभी तक सभी मंत्रियों के नाम की सूची नहीं मिली है और सूची पूरी होने पर वह राज्य के राज्यपाल से बुधवार सुबह ही मिल सकते हैं। विजयन ने सभी वर्ग के लोगों से सहयोग मांगते हुए कहा, ‘16 मई का विधानसभा चुनाव जमकर लड़ा गया। वह खत्म हो गया। प्रत्याशी चुने जा चुके हैं और उन्हें सरकार बनाने का बहुमत मिला है। राज्य की बेहतरी के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए।’
भ्रष्टाचार पर सरकार के रुख के बारे में विजयन ने कहा, ‘कई स्तरों पर भ्रष्टाचार है। मेरे संज्ञान में यह बात आई है कि ‘अवतार’ (कुछ लोग) यह कहते हुए घूम रहे हैं कि वे मुख्यमंत्री के आदमी हैं। ये लोग शायद काम करने के मेरे तरीके को जानते नहीं हैं। इस तरह के लोगों को किनारे किया जाएगा और हमें सावधान रहना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘निजी कर्मियों को भी मंत्रियों जैसा होना चाहिए, भ्रष्टाचार से ऊपर।’ शपथ ग्रहण समारोह में माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी और पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात भी मौजूद रहेंगे।
मीडिया के साथ मनाया जन्मदिन- भावी मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मंगलवार को मिठाई बांटकर मीडिया के साथ अपना जन्मदिन मनाया। आमतौर पर गंभीर मुद्रा में दिखने वाले विजयन लड्डू बांटने के बाद मुस्कुराते हुए मीडिया वालों से पूछा कि क्या वे यह जानते हैं उन्होंने मिठाई क्यों बांटी? इसके बाद सबको चौंकाते हुए उन्होंने कहा, ‘मैंने इसे गोपनीय रखा था। आज मेरा जन्मदिन है।’ वरिष्ठ वाम नेता ने कहा कि आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार उनका जन्मदिन 21 मार्च, 1944 है लेकिन उनका वास्तविक जन्मदिन 24 मई, 1945 है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह सरकारी रिकॉर्ड में बदलाव नहीं कराएंगे।