केरल में 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में सगे भाई-बहन चुनावी मैदान में हैं हालांकि, दोनों अलग-अलग सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। दिग्गज कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत के करुणाकरन के बेटे के. मुरलीधरन एवं बेटी पद्मजा वेणुगोपाल विधानसभा चुनाव में अलग-अलग सीटों से चुनावी मैदान में हैं। पूर्व केपीसीसी अध्यक्ष मुरलीधरन यहां अपनी वर्तमान सीट वत्तियूरक्कावू सीट से फिर से विधायक बनने के लिए चुनावी मैदान में है, जबकि उनकी छोटी बहन पद्मजा कांग्रेस के टिकट पर त्रिशूर से अपनी किस्मत आजमा रही हैं।

सगे भाई-बहन की मौजूदगी ने कभी ‘किंगमेकर’ के नाम से जाने जाने वाले करुणाकरन की यादों को फिर से ताजा कर दिया है। करुणाकरन को उनके प्रसंशक ‘लीडर’ के नाम से पुकारते थे। अपने व्यस्त घर घर अभियान एवं सभाओं में 58 वर्षीय मुरलीधरन ने कहा कि मुझे और मेरी बहन को पार्टी ने इसलिए टिकट नहीं दिए क्योंकि हम दोनों के करुणाकरन के बच्चे हैं।

मुरलीधरन ने बताया, ‘मुझे दुबारा नामांकित किया गया है, क्योंकि मैं विधानसभा सीट का वर्तमान विधायक हूं और मेरी बहन पद्मजा को टिकट दी गई है, क्योंकि इस बार हमारी पार्टी चाहती है कि महिलाओं को प्राथमिकता दी जाए। इतना ही नहीं, केपीसीसी महासचिव के पद पर रहते हुए उनके काम को भी ध्यान में रखा गया था।’

कोझीकोड से तीन बार लोकसभा के सदस्य रहे मुरलीधरन ने 2011 के विधानसभा चुनाव में वत्तियूरक्कावू सीट पर चेरियन फिलिप को 16,167 मतों से पराजित किया था। इस बार इस सीट पर केरल भाजपा अध्यक्ष कुम्मानोम राजशेखरन और माकपा के टीएन सीमा, मुरलीधरन के मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं, जबकि त्रिशूर में 55 वर्षीय पद्मजा की टक्कर भाकपा के तेज-तर्रार नेता वीएस सुनीलकुमार से है , जो वर्तमान में कैपमंगलम से विधायक हैं।