राजस्थान से केदारनाथ धाम यात्रा पर आए दो तीर्थयात्रियों को हुक्का पीना भारी पड़ गया। पुलिस ने दोनों युवकों का 81 पुलिस अधिनियम में चालान किया। जबकि, सख्त हिदायत भी दी गई कि धार्मिक स्थलों पर इस तरह का कृत्य किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं पुलिस की तरफ से धार्मिक स्थानों पर सख्ती से नजर रखी जा रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस अभियान भी चला रही है।
जिन दो लोगों का चालान काटा गया है। वो दोनों बीकानेर रहने वाले हैं। दोनों तीर्थयात्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर आए थे और वहीं धाम के पास हुक्का पी रहे थे। पुलिस दोनों यात्रियों को केदारनाथ चौकी ले आई और पुलिस अधिनियम के तहत दोनों का चालान किया। साथ ही यात्रियों को धाम की गरिमा बनाये जाने की सख्त हिदायत दी। दोनों यात्रियों ने भी अपनी गलती मानी और इस तरह का काम आगे से नहीं करने की बात कही।
उत्तराखंड पुलिस धार्मिक स्थलों की स्वच्छता एवं मर्यादा बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. साथ ही इसके लिए प्रतिबद्ध है. देवभूमि के धार्मिक स्थलों में आने वाले लोगों का पुलिस स्वागत कर रही है, मगर यहां पहुंचने के बाद धार्मिक स्थलों की शान्ति और मर्यादा भंग करने का प्रयास करने वालों के खिलाफ नियमानुसार आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
केदारनाथ चौकी इंचार्ज देवेंद्र असवाल ने बताया कि केदारनाथ में हुक्का पीने की शिकायत आ रही थी। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक के आदेश पर अब तक हुक्का पीने के संबंध में 10 लोगों का चालान किया गया है। साथ ही ऐसे मामलों पर पुलिस सख्त नजर बनाए हुए है।
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पवार ने बताया कि बद्रीनाथ धाम में रिकॉर्ड यात्री पहुंच रहे हैं। वहीं मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि केदारनाथ से लेकर ब्रदीनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों को कोई असुविधा न हो इसके लिए सरकार के द्वारा जो आदेश दिए गए हैं उसका सख्ती से पालन किया जा रहा है।
बद्रीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खुलने के बाद अभी 23 जून तक लगभग आठ लाख 27 हजार 996 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। मंदिर समिति की ओर से जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक, केदारनाथ धाम में 6 मई से लेकर 23 जून तक 7, 80, 731 तीर्थयात्री भगवान शिव के दर्शन कर चुके हैं।