पीएम नरेंद्र मोदी और कैमरे से उनका प्यार जगजाहिर है। इसे लेकर कई दफा विपक्षी उन पर हमलावर भी हो चुके हैं। लेकिन मोदी पर इसका कोई असर नहीं है। ये बात फिर से एक बार एक वायरल वीडियो में दिखी, जिसमें कैमरे के आगे खड़े पीएम एक शख्स को पीछे हटने का इशारा करते हैं, क्योंकि वो उनके और कैमरे के बीच में आ रहा था। वारयल वीडियो को शेयर कर यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कस कहा कि इनकी अलग ही दुनिया है।
मोदी हाल ही में जापान गए थे तो भी उनका कैमरे से प्यार देखने को मिला था। तब एक उद्योगपति को वो साइड में हटाते देखे गए, क्योंकि वो उनके और कैमरे के बीच में आ रहा था। तब भी उनके इस बर्ताव की तीखी आलोचना हुई थी। ताजा मामले में वो कर्नाटक में किसी जगह पर एक शख्स को पीछे हटने का इशारा करते देखे जा रहे हैं। ध्यान रहे कि मोदी दो दिवसीय कर्नाटक दौरे पर हैं। आज वहां उनका दूसरा दिन है।
उधर, सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर मजे लिए। रोहन शर्मा ने लिखा कि काफी रिहर्सल किया जाता है साहब को इमेज को बरक़रार रखने के लिए। लोग ऐसे ही नहीं कहते की साहब 18-18 घंटे काम करते है। चाचा चौधरी के हैंडल से ट्वीट किया गया कि प्रधानमंत्री बनने से अच्छा बॉलीवुड में कैमरामैन ही बन जाता। एक ने कन्हैया कुमार का वीडियो शेयर कर लिखा कि कोरोना के नाम पर सेना भर्ती रोकी गयी लेकिन चुनाव नहीं रोके साहेब ने।
इनकी अलग ही दुनिया है….. ?? pic.twitter.com/r0z3zbvoSF
— Srinivas BV (@srinivasiyc) June 21, 2022
अग्निवीरों से ध्यान हटाने के लिए माँ से मुलाकात कर ली,अब्बास को भी याद किया, टनल से कूड़े का भी साफ किया। अगला स्टेप सिर्फ़ रोने का रह गया है ।
— Syed Husain ? (@faizanvns1) June 21, 2022
राजीव रंजन ने लिखा कि ये एक भी शौक नहीँ छोड़ेंगे सब पूरा करेंगे। शौक पूरा के लिए पैसे नहीं चाहिए बस हिन्दू-मुस्लिम। राशिद ने लिखा कि क्या कहीं से भी यह प्रधानमंत्री लगता है, आखिर यह क्या कर रहा है? एक ने कांग्रेस नेता से कहा कि सर गलत बात है आप बुजुर्गों की अभिनय की अभिलाषा को पूर्ण करने में अवरुद्ध ना करें। लेकिन आप के तथा इस प्लेटफार्म के जरिए कुछ पूछ रहा हूं। 60 साल का CEO काम करे, युवा 22-25 साल में सेवानिवृत क्यों? क्या ये युवा तथा भारत देश के संविधान का पतन व दमन नही है?
एक ने लिखा कि कुछ बंदर इन्होंने खुद के जैसे भी छोड़े हैं। बिना पढ़े जैसे बिना सुने भी जवाब देने वाले बैठें हैं। सैय्यद हुसैन ने लिखा कि अग्निवीरों से ध्यान हटाने के लिए माँ से मुलाकात कर ली। अब्बास को भी याद किया। टनल से कूड़े का भी साफ किया। अगला स्टेप सिर्फ़ रोने का रह गया है।