रेलवे ने बैंगलोर-मैसूर टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलकर वोडयार एक्सप्रेस कर दिया। बीजेपी सांसद ने इसके लिए चिट्ठी लिखी थी। वहीं अब नाम बदलने के मुद्दे पर कांग्रेस ने बीजेपी पर सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाया है। रेल मंत्रालय ने ट्रेन का नाम बदलने के संबंध में एक लेटर भी जारी कर दिया है।

मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने ट्रेन का नाम बदलने को लेकर 25 जुलाई को रेल मंत्रालय को एक पत्र लिखा था। वहीं अब रेलवे की ओर से सूचना जारी कर कहा गया है कि मैसूर-बेंगलुरु टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलकर वोडयार एक्सप्रेस कर दिया गया है। बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने ट्रेन का नाम बदलने को लेकर रेल मंत्रालय के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने ट्विटर पर ट्रेन पर लगे बोर्ड की नई फोटो भी शेयर की।

वहीं कर्नाटक कांग्रेस संचार विंग के को-चेयरमैन मंसूर खान ने इस फैसले को सांप्रदायिक राजनीति करार दिया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलकर वोडयार एक्सप्रेस क्यों कर दिया गया है? ट्रेन 42 साल से इस रूट पर चल रही है और किसी को इसके नाम को लेकर कोई आपत्ति नहीं थी। इस नाम का क्या उपयोग है? क्या यह किसी भी तरह से जनता की मदद करता है? यह सबसे आलसी सांप्रदायिक राजनीति है।”

वहीं रेलवे के फैसले से टीपू सुल्तान के वंशज नाराज दिख रहे हैं। मंसूर अली खान ने कहा है कि सरकार टीपू सुल्तान का निशान मिटाने की कोशिश कर रही है। वहीं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने भी रेलवे के फैसले का विरोध किया है और कहा है कि बीजेपी देश की राजनीति में जहर घोल रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का काम जहर घोलना है, वे किसी और ट्रेन का नाम बदलकर वोडयार के नाम पर रख सकते थे।

टीपू की विरासत को बीजेपी नहीं मिटा सकती

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “भाजपा सरकार ने टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलकर वोडयार एक्सप्रेस कर दिया। टीपू ने बीजेपी को चिढ़ाया क्योंकि उन्होंने बीजेपी के ब्रिटिश आकाओं के खिलाफ 3 युद्ध छेड़े थे। एक और ट्रेन का नाम वोडयार के नाम पर रखा जा सकता था। बीजेपी टीपू की विरासत को कभी नहीं मिटा पाएगी।”

ट्रेनों की रफ्तार में इजाफा

रेलवे के अनुसार 500 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड बढ़ाई गई है। साथ ही रेलवे ने ऑल टाइम टाइम टेबल भी जारी किया है। इसके अनुसार 500 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार 10 मिनट से लेकर 70 मिनट तक बढ़ाई गई है। इन एक्सप्रेस ट्रेनों में 130 ट्रेनों को सुपरफास्ट की श्रेणी में भी शामिल किया गया है। रेलवे के अनुसार सभी ट्रेनों की रफ्तार में करीब 5 फीसदी का इजाफा हुआ है। ट्रेनों की रफ्तार में इजाफा होने के बाद अतिरिक्त ट्रेनों के संचालन के लिए ज्यादा मार्ग उपलब्ध हो गए हैं।