प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके स्टाफ को मैसूर के मशहूर होटल ललित महल पैलेस में ठहरने की जगह नहीं मिल पाई, क्योंकि लगभग सारे कमरे एक शादी समारोह के लिए बुक थे। जिला प्रशासन ने बाद में शहर के एक अन्य आलीशान होटल में उनके लिए इंतजाम किया। मामले में होटल के महाप्रबंधक जोसेफ मथियास ने कहा, “उपायुक्त कार्यालय के एक अधिकारी प्रधानमंत्री और सुरक्षार्किमयों सहित उनके स्टाफ के लिए कमरे बुक करने हमारे पास आए थे, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके, क्योंकि ज्यादातर कमरे एक शादी समारोह के लिए बुक थे।” मथियास ने आगे कहा कि मोदी यहां ऐसे समय आने वाले थे, जब शादी का रिसेप्शन था। उस समय हमारे पास केवल तीन कमरे उपलब्ध थे जो उनके लिए पर्याप्त नहीं थे। सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए, इतने बड़े स्टाफ के लिए केवल तीन कमरे बुक करना सही नहीं था।
हालांकि, बाद में जिला प्रशासन ने वैकल्पिक बंदोबस्त किया। मोदी होटल रेडिसन ब्लू में गए, जहां वह रविवार और सोमवार (19 फरवरी, 2018) तक ठहरे। कहा जा रहा है कि वहां भी होटल प्रबंधन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए एक कारोबारी परिवार को शादी के रिसेप्शन का समय बदलने को कहा, ताकि यह प्रधानमंत्री के आने से पहले संपन्न हो जाए। गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के लिए कर्नाटक पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भ्रष्टाचार को लेकर कर्नाटक की सिद्धरमैया सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनके शासन में हर रोज नए घोटाले तथा भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ रहे हैं।
मोदी ने भाजपा की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हाल में जब उन्होंने सिद्धरमैया सरकार पर ‘10 प्रतिशत कमीशन’ का आरोप लगाया तो उन्हें बहुत से लोगों के फोन आए, जिन्होंने कहा कि उनके पास सही सूचना नहीं है और दावा किया कि यह कमीशन कहीं ज्यादा है। चुनावी राज्य कर्नाटक में इस महीने अपनी दूसरी रैली में मोदी ने रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि राज्य को ‘कमीशन सरकार चाहिए या मिशन सरकार चाहिए।’
मोदी ने कहा, “कर्नाटक के किसी ना किसी हिस्से में हर दिन एक नया घोटाला, नया भ्रष्टाचार, नया आरोप उनके एक या दूसरे नेता पर लगता है या उनके किसी मंत्री या सरकार के किसी कार्यक्रम के खिलाफ लगता है।” उन्होंने कहा, “मैं कर्नाटक के लोगों के गुस्से को समझ सकता हूं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि कर्नाटक को ‘मिशन सरकार चाहिए’, न कि ‘कमीशन सरकार।’ मोदी ने गत चार फरवरी को कर्नाटक में एक जनसभा में सिद्धरमैया सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि उसने भ्रष्टाचार में नए रिकॉर्ड बना दिए हैं। उन्होंने कहा था कि उसके (सिद्धरमैया सरकार) चले जाने की उलटी गिनती शुरू हो गई है।