कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार पर किसी भी तरह के खतरे से इनकार किया है। इसके साथ ही कुमारस्वामी ने कहा कि अगर वो चाहें तो 48 घंटों के अंदर भाजपा विधायकों को तोड़ सकते हैं लेकिन वो ऐसा नहीं करेंगे। उन्होंने भाजपा को सख्त चेतावनी दी कि अगर तोड़-फोड़ कर सरकार गिराने की कोशिश की जाएगी तो इसका खामियाजा भाजपा को ही भुगतना पड़ेगा। कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा हमारी सरकार अस्थिर करना चाह रही है लेकिन वो जान ले कि हमारी सरकार स्थिर है और हमारे विधायक एकजुट हैं। हमारे पास विधान सभा में पर्याप्त संख्या बल है। कोलकाता में ममता बनर्जी की रैली में भी कुमारस्वामी ने भाजपा को सख्त चेतावनी दी।
उधर, कर्नाटक में भाजपा के प्रदेश प्रमुख बी एस येदियुरप्पा ने शनिवार को कहा कि पार्टी राज्य की सत्तारूढ़ गठबंधन को अस्थिर नहीं करेगी। राज्य लगातार राजनीतिक उठापटक की गिरफ्त में है और कांग्रेस अपने विधायकों को पाले में रखने के प्रयास में लगी हुई है। भाजपा की कथित खरीद-फरोख्त के डर से कांग्रेस के विधायक शहर के बाहर एक रिजॉर्ट में हैं। इसी बीच येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होंने गुरुग्राम के एक होटल में ठहरे हुए भाजपा विधायकों से राज्य वापस लौटने और राज्य के सूखाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने को कहा है। येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘ हम किसी भी कारण से सरकार को अस्थिर करने का प्रयास नहीं करेंगे। उन्हें इसका डर नहीं होना चाहिए। हम विपक्ष की तरह काम करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस-जद (एस) के नेताओं को इस बारे में कोई संदेह नहीं होना चाहिए।’’
बता दें कि कांग्रेस ने विधायकों को अपने पाले में रखने और उसे भाजपा के कथित तोड़ने के प्रयासों से बचाने के लिये शुक्रवार को एक रिसॉर्ट में भेज दिया था। सत्तारूढ़ सरकार में दरार उस समय उजागर हुई जब चार विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक में हिस्सा नहीं लिया। इसके बाद कांग्रेस ने अपने विधायकों पर नजर रखने और भाजपा द्वारा कथित खरीद-फरोख्त की कोशिश से बचाने के लिए एक रिसॉर्ट में भेज दिया। कांग्रेस के शीर्ष सूत्र ने शुक्रवार को बताया कि कम से कम आठ विधायकों ने ‘भाजपा के पाले में जाने की प्रतिबद्धता’ जताई थी। इस बीच, भाजपा ने घोषणा की है कि येदियुरप्पा के नेतृत्व में सात सदस्यों वाला एक दल सोमवार से सूखा ग्रसित क्षेत्रों का दौरा करेगा।