कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार इन दिनों चरम पर चल रहा है। जनता तक अपनी पहुंच बनाने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों की पार्टियों के नेता पूरे जोश से जुटे हुए हैं। लेकिन 12 मई को होने वाली वोटिंग से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका मिला है। कन्नड़ फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री भावना रमन्ना ने भाजपा का दामन थाम लिया है। भावना भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस की कार्यकर्ता थीं।भावना रमन्ना का कांग्रेस से बीजेपी में जाना कई नेताओं को चौंका गया है। इसे कांग्रेस के लिए शुभ संकेत नहीं माना जा रहा है। भावना ने 2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारक की हैसियत से चुनाव प्रचार किया था। उन्होंने 2013 के विधानसभा चुनावों में भी अहम भूमिका निभाई थी। भावना रमन्ना को कर्नाटक विधान परिषद के चुनावों में एमएलसी पद का दावेदार माना जा रहा था।
Bengaluru: Kannada actress Bhavana Ramanna joins Bharatiya Janata Party, she was earlier with the Congress Party. #KarnatakaElection2018 pic.twitter.com/OYQnJx6Yfr
— ANI (@ANI) May 10, 2018
भावना रमन्ना का असली नाम नंदिनी रमन्ना है। वह कन्नड़ फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री हैं। अभिनय के अलावा वह भरतनाट्यम की भी कुशल नृत्यांगना हैं। उन्हें तीन बार कर्नाटक का राज्य फिल्म पुरस्कार मिल चुका है। उनकी फिल्म शांति को गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकॉर्डस में भी दर्ज किया गया है। भावना रमन्ना होम टाउन प्रोडक्शनस के लिए बतौर निर्देशक काम करती हैं। ये प्रोडक्शन हाउस डांस और म्यूजिक शो बनाता है। वह लगातार साल 1996 से फिल्मों में काम करती रही हैं। उनकी फिल्में जनता के लिए आकर्षण का केन्द्र रही हैं।
बता दें कि इन दिनों कर्नाटक चुनाव के कारण दोनों ही राजनीतिक दल एक दूसरे पर हमला करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। पीएम मोदी ने सीएम सिद्धारमैया की सरकार को सीधा रुपैया सरकार कहा था। इस बात से नाराज होकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पीएम मोदी, अमित शाह, भाजपा, भाजपा के सीएम पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा व अन्य के खिलाफ कानूनी नोटिस भिजवाया था। सिद्धारमैया ने धमकी दी थी कि अगर पीएम मोदी ने उनसे लिखित माफी नहीं मांगी तो वह 100 करोड़ रुपये का मुकदमा ठोंक देंगे। वैसे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कर्नाटक के बादामी में रोड शो किया है। इस कार्यक्रम में उनके साथ सीएम पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा भी मौजूद थे।