कर्नाटक के पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता एस सुरेश कुमार ने सोमवार को कहा कि आरएसएस कार्यकर्ताओं को अपने साथ हथियार रखने की अनुमति मिलनी चाहिए। आरएसएस कार्यकर्ता रुद्रेश आर की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यदि पुलिस आरएसएस कार्यकर्ताओं को सुरक्षा देने में असमर्थ है तो फिर उन्हें हथियार ले जाने की अनुमति दे देनी चाहिए। गौरतलब है कि रुद्रेश आर की दो मोटरसाइकिल सवार युवकों ने पिछले दिनों हत्या कर दी थी। हालांकि भाजपा और आरएसएस के अन्य नेताओं ने इस बयान का समर्थन नहीं किया।
सुरेश कुमार ने कहा, ”कुटप्पा, प्रवीण पुजारी, राजू और रुद्रेश की हत्याओं से साफ होता है कि पुलिस उनकी सुरक्षा में नाकाम रही। हमने पुलिस कमिश्नर से कहा है कि यदि वे हमारे कार्यकर्ताओं की रक्षा नहीं कर सकते तो हमें हथियार लाइसेंस मुहैया करा दें। हम पीडि़त नहीं हैं। हम योद्धा हैं। हमें पता है खुद की सुरक्षा कैसे की जाती है।”
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कनार्टक के पूर्व कानून मंत्री ने कहा कि सरकार और पुलिस कई बार आरएसएस कार्यकर्ताओं की रक्षा करने में असफल रही है। संगठन को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि दोषियों को बचाने के लिए पुलिस पर राजनीतिक दबाव डाला जा रहा है। भाजपा नेता शोभा करांदलजे ने इन हत्याओं को षड़यंत्र का हिस्सा बताया।
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वहीं आरएसएस ने खुद को सुरेश कुमार के बयान से खुद को किनारे कर लिया। उसकी ओर से कहा गया कि उसे पुलिस और न्यायपालिका में पूरा भरोसा है। रुद्रेश हत्या मामले में न्याय के लिए वह शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करते रहेंगे। भाजपा नेता आर अशोक और सांसद पीसी मोहन ने कहा कि सुरेश कुमार का बयान उनकी निजी राय है।