कर्नाटक के चामराजनगर स्थित मठ से महंत और उसके तीन सहयोगियों को प्रसाद में कीटनाशक मिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बता दें, 14 दिसंबर को एक मंदिर के शिलान्यास के दौरान बांटे गए प्रसाद को खाने से 15 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं अब पुलिस ने दावा किया है कि भक्तों को मारने की साजिश रची गई थी। जिसके लिए महंत ने और उसके सहयोगियों ने प्रसाद में 15 बोतल कीटनाशक मिलाया था।
आईजी केवी शरत चंद्र ने बताया है कि महंत पट्टदा इम्मादि महादेश्वरा स्वामी उर्फ देवन्ना बुद्धि और उसके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। इन तमाम लोगों पर हत्या की कोशिश करने और आपराधिक साजिश रचने का आरोप है। शरत चंद्र का कहना है कि अभी इस पूरे मामले में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। उन्होंने कहा, 22 अफसरों और 40 पुलिसकर्मियों की टीम ने छह दिन में मामला सुलझाया है।
‘अपमान’ का बदला लेना चाहता था महंत –
बता दें, मठ में विशाल प्रवेश द्वार बनवाने का फैसला किया गया था। जिसपर महंत ने कहा था कि वो तमिलनाडु से कारीगरों को बुलाएगा जिसके लिए महंत ने डेढ़ करोड़ रुपए खर्च की बात कही थी। जिसके बाद महंत पर पैसा कमाने का आरोप लगा था। बाद में ट्रस्ट ने महंत की योजना को खारिज कर दिया था और मंदिर को 75 लाख रुपए में बनवाने का फैसला किया। पुलिस ने दावा किया है कि महंत ने अपमान का बदला लेने के लिए प्रसाद में कीटनाशक मिलाया था। आईजी के मुताबिक 2017 तक महादेश्वरा मठ, महंत देवन्ना बुद्धि के नियंत्रण में था। जिसमें उसने काफी पैसा कमाया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने मंदिर का ट्रस्ट बनाया। जिससे महंत नाराज हो गया था। क्योंकि उससे महंत की कमाई बंद हो गई थी।