Written by Kiran Parashar
Karnataka Elections 2023 : कर्नाटक के उडुपी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने एक ऐसे नेता को टिकट दिया है जिसे हिजाब पहनने की मांग करने वाली छात्राओं के खिलाफ सबसे आगे देखा गया था। मंगलवार रात जारी अपनी पहली सूची में भाजपा ने मौजूदा भाजपा विधायक राघपति भट का टिकट काट कर संवेदनशील उडुपी विधानसभा क्षेत्र से यशपाल सुवर्णा को टिकट दिया है, वह पहली बार चुनावी मैदान में हैं।
ब्राह्मण नेता राघपति भट उडुपी से तीन बार के विजेता हैं। उन्हें इस बार भी टिकट मिलने का भरोसा था। हालांकि पार्टी के सूत्रों ने दावा किया कि इस बार जमीनी स्तर पर काम करने वाले ओबीसी नेता को टिकट देने की मांग की जा रही थी। इसलिए यशपाल सुवर्णा को उम्मीदवार बनाया गया है। वह ओबीसी समूह मोगावीरा से आते हैं । उडुपी गवर्नमेंट पीयू गर्ल्स कॉलेज की विकास समिति के उपाध्यक्ष के रूप में हिजाब को लेकर जारी मुद्दे के दौरान उन्होने बड़ी भूमिका निभाई थी।
राघपति भट को उम्मीद थी कि टिकट उन्हें ही मिलेगा, उनका कहना था कि वह पार्टी के लिए वफादार रहे हैं और पार्टी उनका टिकट नहीं काटेगी, अगर ऐसा होता है तो वह आगे तय करेंगे कि क्या करना है।
यशपाल सुवर्णा से जब यह पूछा गया कि क्या भट के समर्थकों की निराशा उन्हें नुकसान पहुंचाएगी तो उन्होने कहा कि वह उनका विश्वास जीतने को लेकर आश्वस्त हैं, उडुपी में पार्टी व्यक्ति से अधिक महत्वपूर्ण है, एक बार टिकट की घोषणा हो जाने के बाद हर कोई पार्टी के लिए काम करेगा और मुझे इस पर पूरा भरोसा है।
अदालत पहुंची छात्राओं को कहा था ‘आतंकवादी’
वह उडुपी गवर्नमेंट पीयू गर्ल्स कॉलेज की विकास समिति की उपाध्यक्ष हैं। यह कॉलेज हिजाब विवाद के केंद्र में था। यशपाल सुवर्णा हिजाब के विरोध में खड़े लोगों की फहरिस्त में सबसे आगे थे। उन्होने अदालत पहुंची छह मुस्लिम छात्राओं को आतंकवादी तक कह दिया था। यशपाल सुवर्णा का कहना है कि वह अब भी अपने बयान पर कायम हैं क्योंकि जो लोग देश के कानून का पालन नहीं करते वह देशद्रोही हैं।
यशपाल सुवर्णा के पिता एक बैंकर थे, जिन्होंने मछली पकड़ने का व्यवसाय शुरू करने के लिए नौकरी छोड़ दी थी। 45 वर्षीय सुवर्णा मोगावीरा समुदाय से आते हैं।