कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 को लेकर एक बार फिर ओपिनियन पोल में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की जा रही है। एबीपी-सीएसडीएस लोकनीति ने फाइनल ओपिनियन पोल का दावा किया है, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस को किंगमेकर की भूमिका में बताया जा रहा है। 27 मई से 3 मई के बीच किए गए सर्वे में 56 सीटों की 4929 लोगों की राय ली गई। सर्वे के मुताबिक कांग्रेस 97 सीटें जीतकर पहले नंबर की पार्टी हो सकती हैं, लेकिन इतना आंकड़ा सरकार बनाने के लिए नाकाफी होगा, क्योंकि बहुमत के लिए 112 सीटें चाहिए। भारतीय जनता पार्टी को सर्वे में दूसरे नंबर की पार्टी बताया गया है, 84 सीटों पर उसकी जीत की भविष्यवाणी की गई है। जेडीएस के खाते में 37 सीटें जा सकती हैं और अन्य के खाते में 4 सीटें। बता दें कि राज्य की 224 सीटों पर मतदान 12 मई को एक ही चरण में होगा और नतीजे 15 मई को आएंगे।

राज्य में कांग्रेस सत्ता में है और एक बार फिर वह अपने कार्यकाल को कायम रखने की उम्मीद देख रही है, वहीं 2008 में एक ही बार भाजपा ने राज्य में सरकार बनाई थी। तब बीएस येदियुरप्पा भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री थे, इस बार फिर पार्टी ने उन्हीं को उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में सिद्धारमैया बनाम बीएस येदियुरप्पा जंग में ओपिनियन पोल किसी एक पक्ष की सरकार बहुतमत से बनाते नहीं दिख रहे हैं। इससे पहले भी आए ज्यादातर ओपिनियन पोल्स में भी राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की गई थी और ऐसी सूरत में जेडीएस को किंगमेकर की भूमिका में बताया गया था।

इससे पहले एबीपी-सीएसडीएस लोकनीति के सर्वे में बीजेपी के राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनने की भविष्यवाणी की गई थी। कांग्रेस को दूसरे नंबर की पार्टी बताया गया था। उस सर्वे मे भी जेडीएस को किंग मेकर बताया गया था। सर्वे में सिद्धारमैया को सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बताया गया था। इस मामले में बीजेपी की सीएम कैंडीडेट बीएस येदियुरप्पा दूसरे स्थान पर थे। सर्वे में राज्य की कुल 224 सीटों में से बीजेपी के खाते में 89 से 95 सीटें जाने की बात कही गई थी, वहीं कांग्रेस के लिए 85 से 91 सीटों की भविष्यवाणी की गई थी और जेडीएस के लिए कहा गया था कि वह 32 से 38 सीटें पाकर किंग मेकर की भूमिका में होगी।

ताजा सर्वे में भी जेडीएस की स्थिति बहुत बदली नजर नहीं आती है। कहा जा रहा है कि अगर जेडीएस कमल के फूल के साथ हो लेती है तो राज्य में भाजपा सरकार बनाएगी और अगर कांग्रेस को उसका साथ मिलता है तो सत्तारूढ़ पार्टी की सत्ता कायम रहेगी। हालांकि चुनाव पूर्व जेडीएस ने किसी के साथ गठबंधन की संभावनाओं से इनकार किया है और बीजेपी और कांग्रेस दोनों की पार्टियां पू्र्ण बहुमत से अपनी जीत का दंभ भर रही हैं।