कर्नाटक में मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद पार्टी के भीतर विरोध की कई आवाजें उठने लगी हैं। इस बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार को असंतुष्ट भाजपा नेताओं से कहा कि अगर भाजपा विधायकों को कोई भी समस्या है तो वे दिल्ली जा सकते हैं, हमारे राष्ट्रीय नेताओं से मिल सकते हैं, उन्हें तमाम सूचनाएं दे सकते हैं। अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। मैं उसका विरोध नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि नेता गलत बातें बोलकर वे पार्टी की छवि खराब ना करें।’’
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने 17 महीने पुराने अपने मंत्रिमंडल में बुधवार को विस्तार किया था। इसमें सात नए मंत्रियों को शामिल किया गया, जबकि आबकारी मंत्री एच. नागेश को कैबिनेट से बाहर किया गया। विस्तार के दौरान मंत्री बनने की अच्छा रखने वाले कुछ विधायकों को पद नहीं मिलने के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपना नाराजगी जाहिर की।
विधायकों ने येदियुरप्पा पर लगाए परिवारवाद के आरोप: येदियुरप्पा की आलोचना करने वाले विजयपुरा सिटी के विधायक बी. पाटिल यत्नाल ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वह वरिष्ठता और ईमानदारी को ध्यान में रखे बगैर ब्लैकमेल होकर नियुक्तियां कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री और उनके परिवार पर कर्नाटक भाजपा को हाईजैक करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वह राज्य को येदियुरप्पा परिवार के वंशवाद की राजनीति से मुक्त कराएं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ब्लैकमेल करने वालों को मंत्री बना रहे हैं। तीन लोग… एक राजनीतिक सचिव और दो मंत्री पिछले तीन महीने से येदियुरप्पा को सीडी के माध्यम से ब्लैकमेल कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनमें से एक आज मंत्री बनेगा, सीडी से ब्लैकमेल के अलावा विजयेन्द्र (मुख्यमंत्री के पुत्र) को धन देना भी शामिल है।’’ विश्वनाथ अप्रत्यक्ष रूप से येदियुरप्पा द्वारा पार्टी में अपने बच्चों और परिवार के सदस्यों को प्राथमिकता दिए जाने पर चुटकी ले रहे थे।
हालांकि, येदियुरप्पा ने इन आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि असंतुष्ट नेताओं की शिकायतों पर फैसला केन्द्रीय नेतृत्व करेगा तथा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को स्थिति की जानकारी है। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि इस मुद्दे पर जो उनके हाथ में था, उन्होंने किया। येदियुरप्पा ने उनके खिलाफ गलत बोलने वाले लोगों को आगाह भी किया।
मंत्रीमंडल फेरबदल में किन को मिला पद: कर्नाटक में 17 महीने पुरानी कैबिनेट का बुधवार को विस्तार करते हुए मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने सात नए मंत्रियों को इसमें शामिल किया। इसके अलावा मंत्रिमंडल से आबकारी मंत्री एच. नागेश को बाहर किया गया है, जिसके कारण कैबिनेट में एक सीट रिक्त हो गई है। राज्यपाल वजुभाई वाला ने राजभवन में आयोजित एक समारोह में मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। नए मंत्रियों में विधायक उमेश कट्टी (हुक्केरी), एस. अंगारा (सुल्लिआ), मुरुगेश निरानी (बिल्गी) और अरविंद लिम्बावली (महादेवपुरा) और एमएलसी आर. शंकर, एम. टी. बी. नागराज और सी. पी. योगेश्वर शामिल हैं