Bengaluru Flood: बेंगलुरू में भारी बारिश के चलते हाहाकार मचा हुआ है। बाढ़ से बेकाबू हुए हालात के बीच सप्ताहांत में बेंगलुरु के टेक कॉरिडोर के डूबने से होटल के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिली रही है। हालत ऐसी है कि एक रात के किराए में दोगुनी वृद्धि देखने को मिली है। परिवारों को एक रात के लिए कमरे अब औसतन 30,000 रुपये से 40,000 रुपये के रेट के हिसाब से मिल रहे हैं। जोकि पहले 10,000 रुपये से 20,000 रुपये की सामान्य सीमा पर मिल रहे थे।
पर्पलफ्रंट टेक्नोलॉजीज की सीईओ और संस्थापक मीना गिरिसाबल्ला ने कहा कि यमलुर में उनके लग्जरी गेटेड समुदाय में बाढ़ जैसी स्थिति होने से उनके परिवार को ओल्ड एयरपोर्ट रोड पर एक होटल में एक रात बिताने के लिए 42,000 रुपये खर्च करने पड़े। हालात का जायजा लेने के लिए जब टाइम्स ऑफ इंडिया ने व्हाइटफील्ड, आउटर रिंग रोड, ओल्ड एयरपोर्ट रोड और कोरमंगला के कुछ होटलों में फोन कर असलियत जाननी चाही तो जवाब में कहा गया कि हमारे पास शुक्रवार तक कोई कमरा नहीं है, होटल पूरी तरह से बुक है।
गेटेड कम्युनिटी में रहने वाले एक निवासी ने कहा कि टैरिफ में लंबी छलांग के बाद भी लोगों को किराए पर कमरे नहीं मिल पा रहे हैं। शुरू में लगा था कि जैसे-जैसे बाढ़ का पानी कम होगा, वैसे-वैसे हम अपने विला की पहली मंजिल में रह सकते हैं। लेकिन अब बिजली का बैकअप खत्म हो गया। ऐसे में हमारे पास किसी होटल में कमरा लेकर रहने का ही एकमात्र विकल्प उपलब्ध था। अब उसकी कीमत चाहे जो भी हो।
बता दें कि कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में लगभग बीते दस दिनों से भारी बारिश के चलते हालात बिगड़े हुए हैं। सड़कों से लेकर लोगों के घरों तक, दफ्तरों से लेकर स्कूलों तक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पानी के जमावड़े के चलते शहर के अंदर बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। बाढ़ के चलते कई लोगों ने अपने घरों को छोड़ दिया है और अपने रिश्तेदारों के यहां शिफ्ट हो गए हैं। इसमें से कुछ होटलों में कमरे लेकर रह रहे हैं।