कर्नाटक में गोमांस बेचने को लेकर तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। पुलिस ने बजरंग दल के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने वर्षों से फूड स्‍टॉल चलाने वाली दो महिलाओं पर गोमांस पकाने और उसे बेचने का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ की। यह घटना राजधानी बेंगलुरु से तकरीबन 220 किलोमीटर दूर हासन जिले के सकलेशपुर शहर की है। यहां हर साल मेला लगता है, जहां कमरुन्निसा (70) अपनी बहू शमीम के साथ लंबे अरसे से फूड स्‍टॉल लगाती रही हैं। बता दें कि कर्नाटक में गाय और बछड़ों को काटना प्रतिबंधित है, लेकिन सांड और भैंसों को इससे बाहर रखा गया है। हालांकि, बीफ के खाने और बेचने पर रोक नहीं है।

झोपड़ी में लगा दी आग: ‘टेलीग्राफ’ के अनुसार, तोड़फोड़ की घटना 31 जनवरी की है। कमरुन्निसा हर बार की तरह इस बार भी फूड स्‍टॉल लगाया था। इसी दौरान वहां पहुंचे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनपर गोमांस बेचने का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ करने लगे। उन्‍होंने कथित तौर पर पकाया गया खाना और बर्तनों को फेंक दिया। गैस सिलेंडर को भी गिरा दिया और झोंपड़ी में आग लगा दी। तोड़फोड़ करने वालों में एक नाबालिग के भी शामिल होने की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि उसने दोबारा ऐसा करने पर दोनों महिलाओं को जिंदा जलाने की धमकी भी दी थी। वहीं, महिलाओं ने बताया कि वह चिकन और मटन बेचती हैं, बीफ नहीं। पुलिस ने उनके बयानों की पुष्टि भी की है। पुलिस का कहना है कि हमला करने वाले इस बात से अवगत थे, इसके बावजूद झूठे दावों के आधार पर तोड़फोड़ की गई।

मूकदर्शक बने रहे लोग: पुलिस ने इस मामले में बजरंग दल के पांच स्‍थानीय कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान कार्तिक, दीपू, प्रताप और रघु के तौर पर की गई है। एक गिरफ्तार आरोपी नाबालिग है। कार्तिक स्‍थानीय इकाई का प्रमुख है। कमरुन्निसा ने बताया कि हमलावर जब उनके स्‍टॉल में तोड़फोड़ कर रहे थे उस वक्‍त वहां मौजूद लोगों में से किसी ने उनका बचाव नहीं किया।