कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद राज्य की 16वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार (22 मई, 2023) को शुरू हुआ। सत्र शुरू होने से पहले शुद्धीकरण के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गाय के मूत्र और गंगाजल से विधानसभा परिसर को साफ किया और हनुमान चालीसा भी पढ़ी। पार्टी का कहना है कि भ्रष्टाचारी भाजपा का शासन खत्म होने के बाद विधानसभा को शुद्ध किया गया है।
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्य के डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार ने इस साल जनवरी में कहा था कि विधानसभा को गौमूत्र से शुद्ध करने का समय आ गया है। शिवकुमार ने कहा था कि वह गौमूत्र से विधानसभा का शुद्धीकरण करेंगे। उन्होंने कहा था कि भाजपा के भ्रष्टाचार से विधानसभा प्रदूषित हो गई है।
चुनाव से कुछ दिन पहले कर्नाटक में कांग्रेस ने दो भाषाओं में न्यूज पेपर में बीजेपी सरकार के खिलाफ एक ‘करप्शन रेट कार्ड’ छपवाया था, जिसमें पिछली भाजपा सरकार को निशाने पर लेते हुए कई घोटालों का जिक्र किया गया था। करप्शन रेट कार्ड अंग्रेजी और कन्नड़ दोनों भाषाओं में छपवाया गया था और कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने राज्य में सत्ता में रहते हुए 1,50,000 करोड़ रुपये लूटे हैं। बीजेपी की सरकार को ‘ट्रबल इंजन सरकार’ बताते हुए कांग्रेस ने रेट कार्ड में लिखा था कि वह अलग-अलग सौदों की मांग करती है।
कर्नाटक में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में 135 सीटें जीतने के बाद सिद्धारमैया ने दूसरी बार मुख्यमंत्री के की शपथ ली। नई कैबिनेट में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख डीके शिवकुमार ने सिद्धरमैया के डिप्टी के रूप में शपथ ली है। सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के अलावा, कम से कम आठ अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी शनिवार को शपथ ली। विधानसभा अधिकारियों के मुताबिक, तीन दिवसीय सत्र के दौरान सभी 224 नव निर्वाचित प्रतिनिधि विधायक के रूप में शपथ लेंगे। इस दौरान नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव भी होगा। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार, मंत्री जी परमेश्वर, के एच मुनियप्पा, एम बी पाटिल, के जे जॉर्ज, सतीश जारकिहोली, प्रियंक खरगे ने विधायक के रूप में शपथ ले ली है।