कानपुर में जुमे के दिन (3 जून, 2022) को हुई हिंसा मामले में मास्टर माइंड जफर हयात हाशमी की गिरफ्तारी के बाद एसआईटी ने फंडिंग के आरोप में बेकनगंज निवासी बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा को बुधवार ( 22 जून, 2022) को गिरफ्तार किया है। हाशमी के बाद यह अब तक की दूसरी सबसे बड़ी गिरफ्तारी हुई है। जानकारी के मुताबिक कई बार नोटिस के बावजूद वो एसआईटी के सामने पेश नहीं हो रहे थे। वहीं मुख्तार बाबा पर कई क्रिमिनल केस दर्ज हैं।
कानपुर हिंसा का कनेक्शन पाकिस्तान में बैठे आकाओं से जुड़ रहा है। बवाल के दौरान एक फोन नंबर से लगातार पाकिस्तान में कॉल चल रही थी। वह नंबर हिस्ट्रीशीटर अतीक खिचड़ी का था। अतीक बवाल के बाद से फरार है। एसआईटी को उसका कनेक्शन बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा से भी मिल रहा है।
दरअसल, कानपुर हिंसा के बाद जांच एजेंसियों ने जफर हयात हाशमी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद हाशमी ने कई नाम का खुलासा किया था। जिसके बाद जांच एजेंसियों के होश उड़ गए। हाशमी ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि कानपुर हिंसा में फंड देने वालों में मुख्तार बाबा भी शामिल हैं। जिसके बाद पुलिस ने मुख्तार को गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में पुलिस जफर हयात हाशमी, सुफियान, राहिल और जावेद को जेल भेज चुकी है। दो बार रिमांड पर लेकर आरोपियों से एसआईटी पूछताछ कर चुकी है। मुख्तार बाबा की गिरफ्तारी की भनक लगते ही मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में एलआईयू और पुलिस सक्रिय कर दी गई है।
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि फिलहाल कई सारे ऐसे नाम सामने आए हैं, जिन्हें पूछताछ के लिए लाया जा रहा है। इसी के तहत भीड़ की फंडिंग करने के लिए मुख्तार बाबा का नाम सामने आया था। जिसको गिरफ्तार करके पूछताछ की जा रही है। फिलहाल वह पुलिस कस्टडी में है और फंडिग को लेकर उससे कई सवाल पूछे जा रहे हैं।
एसआईटी ने मंगलवार को मोहम्मद फैजान नाम के एक युवक को भी गिरफ्तार किया था, जिसकी तस्वीरें फेसबुक और ट्विटर सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड की गई थीं। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने कहा कि ताजा गिरफ्तारियों के साथ, कानपुर हिंसा की घटना में गिरफ्तार लोगों की संख्या 59 तक पहुंच गई है।
मुख्तार ने मंदिर की जमीन पर कब्जा करके खोली है बिरयानी की दुकान
बेकनगंज स्थित राम जानकी मंदिर पर कब्जा कर मुख्तार ने बाबा बिरयानी की दुकान खोली है। वह जमीन शत्रु संपत्ति घोषित होने की प्रक्रिया में है। प्रशासन की ओर से नोटिस मिलने के बाद मुख्तार बाबा ने दो दिन पहले डीएम के सामने अपना जवाब दाखिल किया था।
बता दें, पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी पर जुमे की नमाज के बाद 3 जून को कानपुर में हिंसा भड़क गई थी। तिवारी ने कहा कि एसआईटी के रडार पर कई और संदिग्ध हैं, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है और उनसे पूछताछ की जा सकती है।