राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित बीएनएसडी कॉलेज के पूर्व छात्र सम्मेलन में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कॉलेज से जुड़ीं अपनी यादें ताजा कीं। साथ ही, अपने गुरुओं के पैर भी छुए और शॉल पहनाकर उनका सम्मान किया। बता दें कि इसी कॉलेज से कोविंद ने हाईस्कूल किया था। इसके पहले उन्होंने डीएवी कॉलेज के शताब्दी समारोह का उद्घाटन भी किया। राष्ट्रपति ने कॉलेज के पूर्व छात्र अटल बिहारी वाजपेयी को भी नमन किया। गौरतलब है कि कार्यक्रम की शुरुआत में राष्ट्रपति ने पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इस हमले में शहीद हुए कानपुर देहात के श्याम बाबू का जिक्र भी किया।
दरअसल, सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कानपुर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में शिरकत की। राष्ट्रपति ने बीएनएसडी शिक्षा निकेतन पहुंचकर अपने तीन पूर्व अध्यापकों त्रिलोकी नाथ टंडन, हरिराम कपूर व प्यारे लाल वर्मा के पैर छुए और उन्हें सम्मानित किया। बता दें कि त्रिलोकी नाथ गणित के टीचर थे। जबकि हरिराम एकाउंट्स और प्यारे लाल कॉमर्स के टीचर थे। गौरतलब है कि 96 वर्षीय प्यारेलाल मंच पर आने में असमर्थ थे तो राष्ट्रपति कोविंद ने खुद मंच से उतरकर गुरु के पैर छुए और आशीर्वाद लिया।

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क्या बोले राष्ट्रपति कोविंद : अपने छात्र जीवन को याद करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, “कक्षा आठ की पढ़ाई के बाद हाई स्कूल की पढ़ाई करने 1960 में मैं अपने गांव परौंख से इस कॉलेज में दाखिला लेने के लिए आया था। मुझे आज भी याद है, उस समय इस कॉलेज में दाखिला पाना बहुत कठिन होता था। मुझे भी यहां पढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ, जहां से मैंने हाई स्कूल और इण्टरमीडिएट की परीक्षा पास की। मेरे जैसे एक गरीब परिवार से आए हुए विद्यार्थी के लिए कानपुर शहर में रहना और पढ़ाई कर पाना सरल नहीं था। लेकिन इस विद्यालय के शिक्षकों के सहयोग और उचित मार्ग-दर्शन तथा उस समय मुझे मिले सरकारी वजीफा के कारण मैं जीवन में आगे बढ़ सका।”
पुलवामा के शहीदों को किया याद : राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, “कुछ ही दिन पहले पुलवामा में हुई आतंकवादी घटना में देश के बहादुर जवानों की शहादत से पूरा देश गहरी पीड़ा में है। उत्तर प्रदेश और कानपुर भी इस दुख में सहभागी है। इस हमले में कानपुर देहात जिले के श्याम बाबू भी शहीद हुए हैं। मेरी संवेदनाएं इन जवानों के परिजनों के साथ हैं। मैं पूरे राष्ट्र की ओर से उनकी शहादत को नमन करता हूं।”
ये लोग रहे मौजूद : बता दें कि इस अवसर पर सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, वीरेंद्रजीत सिंह, सनातन धर्म शिक्षा महामंडल के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, आदित्य शंकर बाजपेयी, सुरेंद्र कक्कड़, डॉ. दिवाकर मिश्रा आदि लोग मौजूद थे।

