उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले हफ्ते आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया। विकास को एमपी पुलिस ने गिरफ्तार किया है और जल्द ही उसे उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया जाएगा।

आज सुबह विकास दुबे महाकालेश्वर मंदिर पहुंचा जहां उसे प्रसाद की एक दुकान पर बैठे एक दुकानदार ने पहचान लिया। दुकानदार ने इस बात की जानकारी सिक्योरिटी गार्ड को दी और गार्ड ने पुलिस को बुलाया। सूचना मिलते ही पुलिस ने विकास को मंदिर से गिरफ्तार किया और महाकाल मंदिर थाने लेकर गई। इस दौरान उसे 3-4 पुलिसकर्मियों ने जकड़ रखा था। तभी मीडिया वालों को देख विकास ने ज़ोर से अपना नाम चिल्लाया। विकास ने चिल्लाया “‘मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला” इसपर एक पुलिसकर्मी ने उसे ज़ोर से एक चांटा मारा और तुरंत गाड़ी में बैठा दिया। यूपी पुलिस ट्रांजिट रिमांड की तैयारी कर रही है।

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। कानपुर में हुए शूटआउट के बाद से विकास दुबे फरार चल रहा था। इस दौरान हरियाणा के फरीदाबाद में उसकी झलक दिखी थी। फरीदाबाद के एक होटल के CCTV कैमरे में विकास दुबे को देखा गया था, लेकिन वो वहां से भी फरार हो गया था।

इससे पहले यूपी पुलिस ने पिछले दो दिन में दुबे के तीन साथियों को देर कर दिया है। पुलिस ने विकास के करीबी अमर दुबे को मार गिरने के बाद गुरुवार को विकास के दो और साथियों का एनकाउंटरकर दिया है। फरीदाबाद में विकास दुबे की मदद करने वाला अपराधी प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे दो अलग अलग पुलिस एनकाउंटर में मारे गए।

प्रभात मिश्रा की मौत के बाद उत्तर प्रदेश के एडीजी प्रशांत कुमार ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई के माध्यम से बताया “जिन 3 लोगों को कल गिरफ्तार किया गया था, उनमें से एक, प्रभात मिश्रा की मौत हो गई है, प्रभात मिश्रा ने हिरासत से भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने उसे गोली मार दी।” एडीजे ने बताया कि पुलिस की गाड़ी खराब होने का फायदा उठाकर प्रभात मिश्रा ने पिस्टल छीनकर पुलिस पर फायर करने की कोशिश की और मुठभेड़ में मारा गया। इस मुठभेड में हमारे STF के 2 जवान और कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।