नगर निगम कार्यकारिणी शहर में कैबिनेट के समान होती है लेकिन कुछ लोग शहर की कैबिनेट में बैठकर अव्यवस्था भी फैलाते हैं और कुछ ऐसा ही एक उदाहरण कानपुर के पार्षद महोदय बने हैं जो कि शहर की कार्यकारिणी की बैठक के दौरान नशे की हालत में पहुंच गए थे। उन्होंने कई आपत्तिजनक हरकतें कीं जिसको लेकर विवाद बढ़ गया। ऐसे में वहां मौजूद महिला पार्षद भी असहज हो गईं। इसको लेकर कानुपर की मेयर प्रमिला पांडे (Mayor Pramila Pandey) ने भी नाराजगी जारी करते हुए पार्षद को सख्त चेतावनी दी है।
दरअसल, कानपुर नगर निगम (Kanpur Nagar Nigam) कार्यकारिणी की बैठक में बीजेपी पार्षद आशुमेंद्र प्रताप सिंह नशे की हालत में ही पहुंच गए। उनकी स्थिति देख अफसर कार्यकारिणी के अन्य सदस्य पार्षद भी असहज हो गए। नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने आपत्ति जताई तो उन्हें सबसे अलग बैठाया गया। इस मामले को लेकर मेयर प्रमिला पांडे भी भड़क गईं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पार्षद ने हद तब कर दी, जब समिति कक्ष में हो रही कार्यकारिणी की बैठक से बाहर निकले और महिला पार्षद कक्ष में घुस गए। उन्होंने महिला टॉयलेट में जाकर पेशाब भी किया।
इस घटना को लेकर प्रमिला पांडे ने बताया कि वार्ड 81 दर्शनपुरवा से पार्षद आशुमेंद्र प्रताप सिंह तीसरी बार के वरिष्ठ सदस्य हैं उनकी पत्नी भी पार्षद रह चुकी हैं। इस घटना को लेकर उनके परिवार को भी बुलाया जाएगा और बातचीत की जाएगी। ये हरकत अशोभनीय है। महापौर ने कहा कि पार्षद को चेतावनी दी गई है कि दोबारा इस तरह की हरकत पर उन्हें सदन से भी निष्कासित किया जाएगा।
बता दें कि कानपुर नगर निगम में बजट को लेकर बैठक थी और इस दौरान सभी पार्षद और अधिकारी भी शामिल हुए थे। ऐसे में पार्षद के नशे की हालत में आने पर बैठक का माहौल बदल गया था। बजट के ऊपर बुलाई गई बैठक पार्षद की हरकत पर सिमट कर रह गई है। इसको लेकर महापौर काफी गुस्से में नजर आईं। गौरतलब है कि कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे भी अपने हनकदार और दबंग रवैए को लेकर चर्चा में रही हैं।
