रेलवे विभाग में उस वक्त हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई जब एकाएक कई ट्रेनों का संचालन ठप हो गया। लगभग डेढ़ घंटे तक दिल्ली हावड़ा रूट बंद रहने से अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे, सिग्नल नहीं मिलने के कारण सुपरफास्ट से लेकर एक्सप्रेस तक की ट्रेनें बीच रूट और प्लेटफॉर्म पर खड़ी हुई थी। दरअसल उत्तर प्रदेश के कंचौसी रेलवे स्टेशन पर सहायक स्टेशन मास्टर शराब के नशे में इतने धुत्त थे कि उन्हें यह तक याद नहीं रहा कि वह ड्यूटी पर हैं। नशे की स्थिति में वह ड्यूटी तो पहुंचे लेकिन दफ्तर में ही सो गए। जिसके कारण करीब डेढ़ घंटे तक ट्रेनों का परिचालन रुका रहा। कई एक्सप्रेस गाड़ियां जहां की तहां खड़ी रह गई थी।
सहायक स्टेशन मास्टर की ड्यूटी रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक की थी। रात 12 बजकर 40 मिनट पर फंफूद व झींझक रेलवे स्टेशन मास्टर ने कंट्रोल रुम को बताया कि कंचौसी में कोई तकनीकी गड़बड़ी के चलते अप और डाउन ट्रेनों का संचालन नहीं हो पा रहा है। ट्रैक पर 10 गाड़ियां रुकी हुई थी। इतना सुनते ही अधिकारियों के होश उड़ गए। ड्यूटी चार्ट के अनुसार सहायक स्टेशन मास्टर अनिरुद्ध कुमार से संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया तो चिंताएं और बढ़ गईं। शाम की शिफ्ट खत्म करके घर पहुंचे विसभम्भर दयाल पांडेय को पूरे मामले की जानकारी दी गई। इसके बाद वह स्टेशन पहुचे और ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया। रात दो बजे तक ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो सका।
विसभम्भर दयाल पांडेय जब स्टेशन पहुंचे तो देखा कि अनिरुद्ध कुमार कुर्सी पर बैठे बैठे सो रहा है, उसके चेहरे पर पानी मारकर जगाने की कोशिश की गई तो भी नींद नहीं टूटी। अधाकारी ने मुंह सूघा तो सारा मामला समझ गए, पहले उन्होंने ट्रेनों का परिचालन कराया।
दिल्ली हावड़ा रूट पर दौड़ रहीं ट्रेनों को कंचौसी स्टेशन पर सिग्नल मिलना बंद हो गया था। इससे दिल्ली से कानपुर जा रही ट्रेनें, वैशाली और मगध एक्सप्रेस के अलावा 4 मालगाड़ियां रुक गई थीं। वहीं कानपुर से दिल्ली आ रही फरक्का एक्सप्रेस और तीन मालगाड़ियां भी बीच रास्ते में रुक गई थीं।
उत्तर प्रदेश मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि सहायक स्टेशन मास्टर अनिरुद्ध कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। टुंडला स्थित रेलवे अस्पताल में हुए मेडिकल में शराब के सेवन की पुष्टि हुई है।