चमत्कार के नाम पर लोगों को ठगने वाले बाबा का पर्दाफाश करने गए एक टीवी पत्रकार को बाबा व उसके गुर्गों ने मारा-पीटा और उसका कैमरा व बाइक छीन ली। इस घटना में पुलिसिया कार्रवाई में देरी और पुलिस निरंकुशता को लेकर जिला प्रेस क्लब के पत्रकार जिलाधिकारी से मिले और उन्हें कार्रवाई के लिए ज्ञापन दिया। जिलाधिकारी ने थानाध्यक्ष शिवाकांत मिश्रा को फोन पर एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए। थानाध्यक्ष ने पत्रकार को लगी चोटों का मुआयना तो किया, लेकिन एफआइआर दर्ज करने में अभी भी कोताही बरती जा रही है।

एक टीवी चैनल के पत्रकार धर्मवीर, जो जिले के प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष भी हैं, सिद्धार्थनगर के टोला गूजर पुरवा गांव में अपने दो सहयोगियों के साथ कथित बाबा धर्मेंद्र गिरी का भंडाफोड़ करने गए थे। यह बाबा भोले-भाले लोगों को फंसाकर दवा के नाम पर उनसे पैसा ऐंठता था। तभी बाबा और उसके 10 पालतू गुर्गों ने लाठी-डंडों से पत्रकार पर हमला कर दिया। उन्होंने पत्रकार का कैमरा और बाइक छीन ली। धर्मवीर और उनके दो सहयोगी पत्रकारों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। इसके बाद घायल पत्रकार ने सिद्धार्थनगर थाने में घटना की तहरीर दी। पत्रकार को आधा दर्जन चोटें आई हैं जिसमें आंख की चोट गंभीर है। वहीं थानाध्यक्ष अभियुक्त पक्ष की वकालत कर रहे हैं और बाबा की तरफ से मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे रहे हैं।

थानाध्यक्ष की निरंकुशता को लेकर जिला प्रेस क्लब के अध्यक्ष के नेतृत्व में कई पत्रकार जिलाधिकारी से मिले। जिलाधिकारी ने थानाध्यक्ष को एफआइआर लिखने और कार्रवाई के आदेश दिए। पत्रकार उत्पीड़न और पुलिस निरंकुशता का यह प्रकरण अब संगठन में जोर पकड़ता जा रहा है। जिले के पत्रकार संगठन ने राजधानी में पत्रकारों के नेता हेमंत तिवारी और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।